भागलपुर: रेल में हो रही आपराधिक वारदात को रोकने को लेकर जमालपुर के रेल डीएसपी अशोक कुमार सिंह ने जीआरपी थाना प्रभारी श्रीकांत मंडल व आरपीएफ इंस्पेक्टर अनुपम कुमार के साथ गहन मंत्रणा की. उन्होंने कहा कि ट्रेन में यात्रियों व हमारे जवान पर हमला करने वाले अपराधियों को हर हाल में मुंहतोड़ जवाब दिया जायेगा. चलती ट्रेन में अपराधियों से कैसे टक्कर लिया जाये और इसमें यात्रियों को भी कोई नुकसान ना हो.
इसको लेकर रेलवे यार्ड में ट्रेन में मॉक ड्रिल किया जायेगा. उन्होंने दोनों अधिकारियों से कहा कि चलती ट्रेन में चेन पुलिंग करनेवाले वालों पर विशेष ध्यान दें. सैप जवानों की सिर्फ छापेमारी में डय़ूटी किये जाने पर डीएसपी ने कहा कि उन्हें रेल नियम के अनुसार काम करना होगा. अगर ये काम नहीं करेंगे तो इनका अनुबंध रद्द होगा. उन्होंने कहा जब ये काम ही नहीं करेंगे तो इन्हें रखने से क्या फायदा. हमारे वरीय अधिकारी इसके लिए मुख्यालय को पत्र लिखेंगे. वहीं सोमवार को प्लेटफॉर्म पर शाम के समय सैप के जवान डय़ूटी पर तैनात नहीं दिखे. जीआरपी में सैप जवानों की संख्या 23 है.
थाना प्रभारी श्रीकांत मंडल ने बताया कि शाम चार बजे आठ-आठ सैप जवानों की डय़ूटी चार-चार घंटे के लिए प्लेटफॉर्म पर लगायी गयी है. उन्होंने कहा कि अगर ये डय़ूटी नहीं करेंगे तो इनके बारे में वरीय अधिकारियों को लिखा जायेगा. उन्होंने कहा कि डय़ूटी के दौरान काम में कोताही करने वालों पर विभागीय कार्रवाई की जायेगी. एसआरपी उमा शंकर प्रसाद ने कहा कि सैप जवानों को डय़ूटी रेल नियम के अनुसार ही करना है. सिर्फ छापेमारी के लिए उन्हें यहां नहीं लाया गया है. उन्हें प्लेटफॉर्म पर भी डय़ूटी करनी है. उन्होंने कहा कि अपराधियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जायेगा.
रात को नहीं दिखी सुरक्षा व्यवस्था : स्टेशन पर सोमवार की रात में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद नहीं दिखी. रात में ट्रेनों में ना तो गश्त करते जवान दिखे. जब प्लेटफॉर्म पर ट्रेन रुकी उस समय भी बोगी के गेट पर जवान नहीं दिखाई दिया. रात साढ़े आठ बजे प्लेटफॉर्म संख्या एक भी जवान गश्त करते नहीं दिखा. प्लेटफॉर्म चार-पांच व छह पर एक भी जवान नहीं दिखा.
रात को परिसर में शराबियों व अपराधियों का जमावड़ा
रात को स्टेशन परिसर में शराबियों व अपराधियों का जमावड़ा रहता है. रात में स्टेशन परिसर में आनेवाले यात्री भयभीत रहते हैं. रात में स्टेशन परिसर व प्लेटफॉर्म पर भी पॉकेटमार ताक में रहते हैं. जहां जब मन हुआ यात्री का सामान उड़ा लिये.