भागलपुर: आज बुनकरों को कोई पूछने वाला नहीं है. बुनकर धागा, बिजली व अन्य संसाधनों की कमी से जूझ रहे हैं. उन्हें सही कीमत नहीं मिल पाता है.
वे रिक्शा चला कर इससे अधिक कमा लेते हैं. बुनकरों के लोन माफी योजना में काफी कुछ सुधार कराया जायेगा. हैंडलूम व पावरलूम कलस्टर को और आगे बढ़ाना होगा. बुनकरों के लिए बहुत काम करना बाकी है.
यह मेला भी बुनकरों को स्थापित करने में फायदेमंद साबित होगा. उक्त बातें अतिथियों ने मंगलवार को रेशम बुनकर खादी ग्रामोद्योग संघ व नेशनल इंडस्ट्रीयल एंड कंज्यूमर एक्जीविशन (नाइस) के संयुक्त तत्वावधान में सैंडिस कंपाउंड में आयोजित तीसरे राष्ट्रीय व्यापार मेला-एक्सपो 2015 के उद्घाटन के मौके पर कही. डीडीसी डॉ चंद्रशेखर सिंह, मेयर दीपक भुवानिया, जदयू नेता लक्ष्मीकांत मंडल, 20 सूत्री के उपाध्यक्ष अलीम अंसारी, नाइस के प्रबंध निदेशक शब्बीर अहमद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर मेला का उद्घाटन किया. रेशम बुनकर खादी ग्रामोद्योग संघ के अलीम अंसारी ने कहा कि मेला का मकसद यहां के लोगों को एक ऐसी जगह उपलब्ध कराना है, जहां सद्भाव के साथ व्यापार कर सके. मंच का संचालन करते हुए नाइस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ऋषिराज सिंह ने कहा कि बुनकरों को एक आयाम देने के लिए राष्ट्रीय व्यापार मेला लगाया गया है. उद्घाटन कार्यक्रम में पार्षद मो असगर समेत शहर के गण्यमान्य उपस्थित थे.
पहले दिन आठ से अधिक स्टॉल सजे
मेला उद्घाटन के दिन आठ से अधिक स्टॉल सजाये गये. यहां पर पानीपत की रजाई व अन्य गरम कपड़े के स्टॉल, सहारनपुर के फर्नीचर स्टॉल, राजस्थान का अचार स्टॉल, कुशन कवर, सौंदर्य प्रसाधन, खादी, प्लास्टिक की वस्तुएं, स्टेशनरी, खिलौना, जूट, जूता-चप्पल आदि के स्टॉल लगाये गये. 30 दिसंबर से 15 जनवरी तक चलने वाले इस व्यापार मेला में 150 स्टॉल पर 5 हजार से अधिक सामान की प्रदर्शनी व बिक्री होगी. मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सिंह ने बताया कि मेले में रोजाना सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा. बच्चों, महिलाओं व लड़कियों के लिए कई प्रतियोगिता होगी. सभी विजेता को आकर्षक पुरस्कार दिया जायेगा.