* ओम बाबा हत्याकांड
भागलपुर : ओम बाबा हत्याकांड में छह गवाहों का 164 के तहत हुए बयान के बाद आरोपियों की बेचैनी बढ़ गयी है. चर्चा है कि आरोपी अपने करीबियों से जानने में लगे हैं कि उनका क्या होगा. इस बात पर भी अफसोस जताते रहे हैं कि आखिर बाबा की कैसे हो गयी हत्या.
चर्चा यह भी है कि आरोपियों ने अपने मोबाइल से एक-दूसरे का नाम तक हटा दिया है. हर पुराने रिश्ता को तोड़ दिया है. इस बात का भी चर्चा है कि कुछ लोगों ने केस को हल्का करने के लिए आरोपियों के समक्ष अपनी मांगें रखी हैं. इन सब पर पुलिस की नजर है.
* सहमा था सुदामा
भागलपुर : ओम बाबा हत्याकांड प्रकरण में सुल्तानगंज से गवाही देने आया सुदामा मंडल डरा व सहमा हुआ था. उसे बात की चिंता सता रही थी कि आरोपियों के आदमी कहीं उसकी हत्या नहीं करवा दें. सुदामा ने बताया कि शनिवार को धारा 164 की गवाही के दौरान उसने न्यायाधीश से इस बात की गुहार लगायी है कि आरोपी उसकी हत्या करवा सकते हैं, इसको देखते हुए उसे पुलिस सुरक्षा में सुल्तानगंज पहुंचाया जाये.
* दरबान की कहीं हत्या तो नहीं!
भागलपुर : ओम बाबा हत्या प्रकरण का चश्मदीद गवाह सह दरबान की कहीं हत्या तो नहीं कर दी गयी. चर्चा है कि दरबान घटना के दिन से लापता है. क्योंकि हत्या के दौरान वे भी धर्मशाला में मौजूद था. किन लोगों ने हत्या की और कमरे में कौन-कौन लोग थे, इसकी जानकारी दरबान को थी. राजनेता की गाड़ी कहां से आयी थी. यह सब दरबान जानता था. फिलहाल पुलिस दरबान का इतिहास खंगालने में जुट गयी है.
* हत्या को लेकर मतभेद
भागलपुर : ओम बाबा हत्या कांड में आरोपियों के बीच मतभेद उत्पन्न हो गया है. सूत्रों की मानें तो, सभी आरोपी हत्याकांड को लेकर डरे हुए हैं और हत्याकांड के लिए एक दूसरे को दोषी ठहरा रहे हैं. सर्च वारंट जारी हो जाने के बाद आरोपियों के परिजन भी दहशत में हैं.
* आरोपियों के घर कभी भी पहुंच सकती है पुलिस
भागलपुर : ओम बाबा हत्याकांड मामले में एसएसपी राजेश कुमार ने बताया कि बिल्डर पवन डालुका व कन्हैया सरावगी के खिलाफ पुलिस को सर्च वारंट मिल गया है. पुलिस की पांच सदस्य टीम सर्च वारंट को लेकर कभी भी दोनों लोगों के घर जा सकती है. इसके लिए पुलिस टीम को विशेष हिदायत दी गयी है.
* चुनिहारी टोला में रुके थे हत्यारे
भागलपुर : ओम बाबा की हत्या करने के बाद आरोपी चुनहारी टोला स्थित अपने एक रिश्तेदार के यहां गोपनीय ढंग से तीन दिन तक छुपा रहा था. हत्या प्रकरण में जब पुलिस को लगातार आरोपियों के खिलाफ सबूत मिल रहे थे, तो आरोपी अलग-अलग दिशा में चले गये. सूत्रों की मानें, तो एक आरोपी बासुकीनाथ तो दूसरा तारापीठ की ओर शरण लिये हुए है. मोबाइल लोकेशन से पुलिस के पदाधिकरियों को इसकी जानकारी है.
* ओम बाबा हत्याकांड में पुलिस मुख्यालय की पैनी नजर
भागलपुर : ओम बाबा हत्याकांड में पुलिस मुख्यालय की पैनी नजर है. अबतक छह गवाहों के बयान के हर कड़ी पर पुलिस मुख्यालय की नजर बनी हुई है. ओम बाबा हत्या प्रकरण में बड़े-बड़े नाम आने पर पुलिस हर कदम फूंक -फूंक कर रख रही है.
कहीं फिर पुलिस पर आरोप न लग जाये कि मारपीट कर 164 का बयान दर्ज कराया. क्योंकि इससे पहले फल व्यवसायी विश्वनाथ हत्याकांड प्रकरण में पुलिस पर मारपीट कर गवाही कराने का आरोप लग चुका है. पुलिस सूत्रों की मानें, तो ओम बाबा हत्याकांड में पुलिस की पैनी नजर है. पुलिस इस बार अनुसंधान को लेकर सतर्क है. पुलिस पर किसी प्रकार का लांछन नहीं लगे. पुलिस इस बात पर खास ध्यान रख रही है.