रजौन (बांका): सगी मां ने अपनी मासूम बेटी को यूपी के एक व्यक्ति के हाथों बेच दिया. जैसे-तैसे वह भाग कर गांव पहुंची और इसकी जानकारी गांव वालों को दी. उसने गांव वालों को बताया कि सगाई के नाम पर उसकी सगी मां व सौतेले पिता ने यूपी के एक व्यक्ति के हाथों 25 हजार में बेच दिया था.
गांव वालों ने कहा कि लड़की जन्म के साथ ही अवहेलना की शिकार रही है. पहले तो पिता चल बसे. मां ने कुछ दिनों तक उसे पालन-पोषण किया, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण उसे रामानंदी देवी आनाथालय, नाथनगर (भागलपुर) डाल आये. वहां वह बच्ची पली-बढ़ी, लेकिन नानी एक बार उससे मिलने गयी और उसे अपने साथ घर लेकर चली आयी.
साजिश रच कर बेच डाला : थोड़े दिन सब ठीक-ठाक रहा, लेकिन ‘बेटी जात’ को कौन अपने घर बिठाये रखे वाली बात सामने आ गयी. परिजनों ने उसे मां के पास भेज दिया. तब तक मां दूसरी शादी कर चुकी थी. सौतेले पिता ने मां के साथ मिल कर साजिश रची और उसे बेच डाला. मां व सौतेले पिता का कहना है कि वह अपने पिता (स्वर्गीय मंगल यादव) के घर रहे. लेकिन वहां वह अकेले किसके साथ और किस तरह से रह पायेगी. सभी जगहों पर उसकी सुरक्षा व पुस्तैनी जमीन का मामला पीछा करता रहा. बचपन में तो नानी का भी सहारा था, लेकिन अब नहीं रहा.
कोई तो न्याय दिलाये : तेरह वर्षीया बच्ची का कहना है कि कोई तो उसे न्याय दिलाये. सोमवार की सुबह लड़की ने गांव वालों के सामने प्रभात खबर को बताया कि वह थाना क्षेत्र के गोपालपुर गांव के स्वर्गीय मंगल यादव व फुलमणि देवी की संतान है. पिता के देहांत के बाद उसकी मां ने धनकुंड थाना क्षेत्र के मल्ल निवासी सुरेश यादव से दूसरी शादी रचा ली. अपनी मां के साथ वह भी वहां चली गयी. लेकिन, कुछ दिनों पहले उसकी मां ने सौतेले पिता के साथ मिल कर उसकी सगाई के नाम पर यूपी के अमरपुर थाना निवासी से 25 हजार रुपये ले लिये और उसको उसके हवाले कर दिया. लड़की ने बताया कि यूपी जाने के बाद मुहल्ले के प्रधान से उसने बात की व अपने घर पहुंच गयी. यहां आने के बाद उसकी मां व उसका सौतेला पिता उसको प्रताड़ित करने लगे. इससे वह घर से भाग गयी. ग्रामीणों को पीपराडीह हॉल्ट के पास बच्ची मिली.
मामले की तहकीकात की जा रही है. साथ ही उसके माता-पिता को भी जानकारी दी जा रही है. लड़की के साथ न्याय किया जायेगा.
शोएब आलम, थाना प्रभारी, धनकुंड