भागलपुर: नवगछिया एसपी शेखर कुमार के कार्यो की जांच का निर्देश डीजीपी पीके ठाकुर ने दिया है. भागलपुर के डीआइजी संजय सिंह को जांच का जिम्मा सौंपा गया है. एसपी के कार्यकलापों को लेकर नवगछिया जदयू की जिलाध्यक्ष शांति देवी ने डीजीपी को पत्र लिखा था. उसी पत्र पर डीजीपी ने संज्ञान लेते हुए जांच का निर्देश दिया है. मामला अपराधी छोटू यादव की गिरफ्तारी के बाद उसके पास से बरामद पिस्टल को बदलने और एक लाख रुपये से जुड़ा हुआ है.
जदयू जिलाध्यक्ष शांति देवी का आरोप है कि नवगछिया में अपराध का ग्राफ बढ़ गया है. आये दिन घटनाएं हो रही हैं. इससे लोग दहशत में हैं. जिलाध्यक्ष के मुताबिक नवगछिया पुलिस ने कुख्यात अपराधी छोटू यादव को गिरफ्तार किया था. उसके पास से पिस्टल व एक लाख बारह हजार रुपये बरामद हुए थे. पुलिस ने पिस्टल और रुपये अपने पास रख लिये.
जिलाध्यक्ष के मुताबिक छोटू की गिरफ्तारी को लेकर किये गये प्रेस वार्ता में छोटू कहता रहा कि उसका पिस्टल पुलिस ने बदल दिया है. बरामदगी में पुलिस ने रुपये भी नहीं दिखाया. जिस गाड़ी से छोटू को गिरफ्तार किया गया, उस गाड़ी को भी पुलिस ने छोड़ दिया.
थानेदारों पर नियंत्रण नहीं : पत्र में आरोप लगाया गया है कि नवगछिया एसपी का नियंत्रण अपने थानेदारों पर नहीं है. एसपी के आदेश का पालन नहीं किया जाता है.
खरीक के खैरपुर गांव में दबंगों ने महादलित बबलू दास को पीट-पीट कर अधमरा कर दिया और उसके हाथ में हथियार देकर पुलिस के हवाले कर दिया गया था. नवगछिया बाजार के प्रमुख व्यवसायी शंकर लाल केडिया पर जानलेवा हमला किया गया. हल्ला होने पर शंकर लाल की जान बची. इस मामले की भनक नवगछिया थानेदार को घटना से पहले ही लग चुकी थी, पर कुछ नहीं हुआ. जिलाध्यक्ष ने नवगछिया एसपी शेखर कुमार के तबादले की मांग की है.
नवगछिया में बढ़ते अपराध को लेकर तुरंत यहां के एसपी का तबादला होना चाहिए. इस संबंध में हमलोगों ने डीजीपी से मिल कर ज्ञापन सौंपा है.
शांति देवी, जदयू जिलाध्यक्ष, नवगछिया
जब तक जांच में कोई तथ्य नहीं आ जाता, तब तक इस बारे में मीडिया को कोई बयान नहीं दे सकते हैं.
पीके ठाकुर, डीजीपी, बिहार