भागलपुर: चालू वित्तीय वर्ष का सात माह बीत चुका है और नयी योजनाओं (सड़क व नाला निर्माण) का कार्यान्वयन तो दूर अब तक इसकी प्लानिंग भी नहीं हो सकी है. शहर के विकास कार्य में भूमिका निभाने वाले राष्ट्रीय उच्च पथ प्रमंडल, भागलपुर, पथ निर्माण विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल, भागलपुर, नगर निगम, डूडा नयी योजनाओं पर अबतक कोई भी काम शुरू नहीं कर सका है.
चालू वित्तीय वर्ष के पूर्व प्लानिंग होनी चाहिए थी. प्लानिंग अगर समय से होती, तो अबतक योजनाओं का कार्यान्वयन न केवल शुरू होता, बल्कि कई योजनाएं पूरी होने के कगार पर पहुंच गयी रहती. पीडब्ल्यूडी बैजानी पुल निर्माण कराने की योजना को प्लानिंग बता रहे हैं, जबकि यह इमरजेंसी सेवा के तहत बनायी गयी योजना है. बता दें कि उक्त विभाग सड़क के साथ-साथ नाली-नाला का निर्माण करता है. विकास कार्यो के आकलन में महत्वपूर्ण सड़क का निर्माण कार्य है.
डूडा : कार्यपालक अभियंता के बिना नहीं हो सकी प्लानिंग. जिला शहरी विकास प्राधिकरण, भागलपुर (डूडा) को पिछले पांच माह से स्थायी कार्यपालक अभियंता नहीं मिलने के कारण अबतक नयी योजनाओं का प्लानिंग नहीं हो सका है. कार्यपालक अभियंता दारोगा राम के सेवानिवृत्ति के बाद यह स्थिति उत्पन्न हुई है. पुरानी योजना के तहत सड़क का निर्माण कार्य की उपलब्धता के आधार पर संवेदकों को भुगतान भी नहीं कर सका है. दारोगा राम 31 मई को कार्यपालक अभियंता के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं.
नगर निगम : प्लानिंग, पर काम शुरू नहीं. नगर निगम ने चालू वित्तीय वर्ष के लिए प्लानिंग तो किया है, लेकिन अबतक इस पर काम शुरू नहीं कर सका है. रोड, नाला व पियाऊ निर्माण को लेकर 153 योजनाएं बनायी गयी है. इस पर 3.26 करोड़ लागत आयेगी. नगर निगम के पास करीब छह करोड़ राशि है. योजना प्रशाखा के प्रभारी आदित्य जायसवाल ने बताया कि पिछड़ा क्षेत्र विकास अनुदान मद पर करीब 1.76 करोड़, चतुर्थ राज्य वित्त आयोग मद पर 2.30 करोड़ एवं मुद्रांक शुल्क पर 1.87 करोड़ खर्च की जायेगी. उन्होंने बताया कि कुछ योजनाओं का प्राक्कलन तैयार कर लिया गया है. कुछ योजनाओं का प्राक्कलन तैयार किया जा रहा है और ऐसी कई योजना है, जिसका निविदा निष्पादित की प्रक्रिया में है.