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भागलपुर में 20 नकलची धराये

भागलपुर: सिपाही बहाली परीक्षा में चोरी करनेवाले नकलचियों का कोसी व पूर्व बिहार गढ़ बन गया. पूर्व बिहार में सर्वाधिक गिरफ्तारी भागलपुर में हुई. यहां परीक्षा से पहले (शनिवार) 19 और परीक्षा के दौरान 20 मुन्ना भाई दबोचे गये. कोसी के अन्य जिलों का भी हाल कुछ ऐसा ही है. इन इलाकों के परीक्षार्थी रुपये […]

भागलपुर: सिपाही बहाली परीक्षा में चोरी करनेवाले नकलचियों का कोसी व पूर्व बिहार गढ़ बन गया. पूर्व बिहार में सर्वाधिक गिरफ्तारी भागलपुर में हुई.

यहां परीक्षा से पहले (शनिवार) 19 और परीक्षा के दौरान 20 मुन्ना भाई दबोचे गये. कोसी के अन्य जिलों का भी हाल कुछ ऐसा ही है. इन इलाकों के परीक्षार्थी रुपये की बदौलत नौकरी पाना चाहते हैं. और गिरफ्तारी के आंकड़े भी यही बताते हैं. भागलपुर में कई प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान हैं, लेकिन परीक्षा के दौरान यहां थोक भाव में फरजी परीक्षार्थियों की गिरफ्तारी ने कई सवाल छोड़ दिये हैं. क्या प्रतियोगी परीक्षा में पास करने के लिए परीक्षार्थी शार्ट-कट पर ज्यादा विश्वास रखते हैं.

कहां कितनी गिरफ्तारी

भागलपुर 39

मुंगेर 22

बांका 11

खगड़िया 06

लखीसराय 05

कटिहार 05

पूर्णिया 05

सहरसा 04

मधेपुरा 04

सुपौल 02

किशनगंज 02

(नोट : भागलपुर में परीक्षा से पूर्व 19 लोग पकड़े गये थे)

पटना. सिपाही बहाली लीखित परीक्षा के दौरान रविवार को विभिन्न जिलों से 100 से अधिक फर्जी अभ्यर्थी और सेटिंग करनेवाले गिरोहों के सदस्य गिरफ्तार किये गये, जबकि हाइटेक तरीके से नकल करते हुए 14 अभ्यर्थियों को पकड़ा गया. नवाद से सबसे अधिक 24 फर्जी अभ्यर्थी गिरफ्तार किये गये. पटना में एक महिला समेत 22 फर्जी व सेटिंग करनेवाले गिरोह के सदस्य पकड़े गये. इनके पास से बड़ी संख्या में फर्जी एडमिट कार्ड व अन्य दस्तावेज, ब्लूटूथ, मोबाइल व अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और नकद राशि की गयी है. 37 जिलों में कुल 670 परीक्षा केंद्रों पर यह परीक्षा हुई, जिसमें आठ लाख अभ्यर्थी शामिल हुए.

परीक्षा में फर्जीवाड़े की आशंका में शनिवार की देर रात को भागलपुर, पटना व अन्य जगहों पर हुई छापेमारी में 21 से अधिक दलाल नकद राशि, फर्जी एडमिट कार्ड व इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ पकड़े गये थे. इसके बाद पुलिस परीक्षा को लेकर अलर्ट हो गयी थी. रविवार को परीक्षा के दौरान पटना जिले से मुन्ना भाई गिरोह के 22 सदस्यों को रविवार को पकड़ा गया. इनमें कई एडमिट कार्ड पर फोटो बदल कर परीक्षा में शामिल हुए थे, जबकि कुछ परीक्षा केंद्र के बाहर से ब्लूटूथ व मोबाइल के जरिये लाइव प्रश्न का जवाब भेजने के प्रयास में जुटे थे. इनमें एक युवती भी शामिल है. इनके पास से डुप्लीकेट दस्तावेज व परीक्षार्थियों के अंक पत्र भी बरामद किये गये हैं. पूछताछ में उन्होंने एडवांस के रूप में एक लाख रुपये प्रति परीक्षार्थी लेने की बात स्वीकार की है. उन्होंने परीक्षार्थियों से पांच लाख रुपये लेकर नौकरी दिलाने का वादा किया गया था. इनमें एएन कॉलेज परीक्षा केंद्र से पकड़े गये छह मुन्ना भाइयों ने परीक्षार्थी के एडमिट कार्ड पर फोटो बदल कर प्रवेश लिया था. उन्होंने जाली दस्तावेज भी तैयार किये थे. वहीं कुछ परीक्षार्थियों से उनके मूल प्रमाणपत्र को बंधक बना कर रख लिया गया था. एक लाख एडवांस लेकर बाकी काम होने के बाद की शर्त तय हुई थी.

बिहारशरीफ स्थित विभिन्न परीक्षा केंद्रों से 15 फर्जी अभ्यर्थियों और चार नकलचियों को पकड़ा गया. सदर एसडीओ सूरज कुमार सिन्हा ने बताया कि दूसरे के बदले परीक्षा में शामिल छात्रों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करते हुए जेल भेजा जायेगा. उन्होंने कहा कि शनिवार की रात में सोहसराय स्थित अप्पू घर में परीक्षा में जालसाजी के लिए फोटो को कंप्यूटर के माध्यम से छेड़छाड़ करनेवाले एक रैकेट के परदाफाश होने के बाद प्रशासन की नजर फर्जी परीक्षार्थियों पर लगी हुई थी. पीएल साहू से दो, किसान कॉलेज से नौ, मॉडल मध्य विद्यालय से तीन, नेशनल हाइस्कूल से दो, टाउन हाइस्कूल, नालंदा कॉलेज और सोगरा हाइस्कूल से 1-1 अभ्यर्थियों गिरफ्तार किया गया. परीक्षा के दौरान हिलसा थाना क्षेत्र के चक मुन जुनियार गांव के छात्र बबलू कुमार को पकड़ा गया. बबलू के विरुद्ध परीक्षा में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की मदद से नकल करने का आरोप लगाया है. छपरा शहर के राजपूत इंटरस्तरीय परीक्षा केंद्र से छोटे भाई के नाम पर परीक्षा देनेवाले आये छपरा सदर प्रखंड के घेघटा निवासी रवि कुमार को पकड़ा गया. वहीं, पीसी विज्ञान कॉलेज से एक और सारण एकेडमी परीक्षा केंद्र पर दो अभ्यर्थियों को मोबाइल से नकल करते पकड़ा गया.

जहानाबाद से पांच फर्जी अभ्यर्थी गिरफ्तार किये गये.बाल विद्या निकेतन केंद्र से अमित कुमार (नालंदा), धर्मेद्र कुमार (शकुराबाद), एसएस कॉलेज से रामानुज (काको), मानस इंटरनेशनल से सोनू (वारिसलीगंज) व आशीष कुमार (गया) पकड़े गये.

आरा के जैन स्कूल परीक्षा केंद्र से नवीन कुमार के नाम पर अरवल के महेश कुमार को परीक्षा देते हुए उड़नदस्ता टीम ने पकड़ा.

इसके अलावा मुंगेर व खगड़िया से छह-छह, कटिहार से पांच, मधेपुरा से चार, किशनगंज से दो और सहरसा व सुपौल से एक -एक फर्जी अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया.

समस्तीपुर में ब्लूटूथ लगे गंजी के साथ पकड़ाया

समस्तीपुर. समस्तीपुर में सेटिंग करनेवाले रैकेट में शामिल गिरफ्तार छात्र का नाम अवनीश कुमार को पकड़ा गया, वह दरभंगा जिले के कुशेश्वर स्थान थाना के महिसर गांव का रहनेवाला है. उसके पास से काला रंग का बैग जब्त किया गया है, जिसमें ब्लूटूथ एवं तांबा का क्वाइल लगे एरियर के दो संडों गंजी पाया गया. इसके अलावा लगभग दो दर्जन छात्रों का प्रवेश पत्र की छाया प्रति पायी गयी. प्रवेश पत्र के कई छाया प्रति पर मोबाइल नंबर भी पाया गया. एसपी ने बताया कि इसका रैकेट बड़े स्तर पर काम करता है. परीक्षा से पूर्व समस्तीपुर में भी रैकेट के पहुंचने की सूचना पर नगर इंस्पेक्टर असरार अहमद एवं अन्य पुलिस कर्मी को इसके पीछे लगाया गया. शनिवार की रात बीएड कॉलेज में रैकेट में शामिल कई छात्र पहुंचे थे. जहां ब्लूटूथ लगा गंजी देकर छात्रों को समझाया जा रहा था. इसी दौरान छापेमारी की गयी. इसमें एक को मौके पर साक्ष्य के साथ गिरफ्तार कर लिया. वहीं जब्त प्रवेश पत्र की छाया प्रति में छह छात्रों का परीक्षा केंद्र दरभंगा में था, जबकि 12 छात्रों का परीक्षा केंद्र समस्तीपुर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर व अन्य छात्रों का परीक्षा केंद्र बेगूसराय जिला के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर होना है. एसपी ने बताया कि साक्ष्य के आधार पर मामले की जांच की जा रही है. इस रैकेट में शामिल स्थानीय सरगना की तलाश की जा रही है.

दूसरे की जगह परीक्षा देने लखनऊ से आया था इंजीनियर

मुजफ्फरपुर. मुजफ्फरपुर के डीएन हाइस्कूल सेंटर पर द्वितीय पाली की परीक्षा में एक फर्जी परीक्षार्थी को पकड़ा गया है. फोटो का मिलान नहीं होने पर उसे हिरासत में ले लिया गया. पूछताछ में उसकी पहचान लखनऊ के सिंधुनगर निवासी हरिकिशन दास गुप्ता के रूप में की गयी. पुलिस ने उसका एडमिट कार्ड व पहचान पत्र जब्त कर लिया. उसने बताया कि वह मऊ के कुरंगा निवासी मो इरशाद के जगह पर परीक्षा में सम्मिलित होने आया था. वह सेंटर के बाहर था. हरि किशन के पकड़ाने के बाद वह फरार हो गया. हरि किशन ने बताया कि वह 2012 में में केएनआइटी, सुल्तानपुर से कंप्यूटर इंजीनियरिंग की डिग्री ले चुका है. लखनऊ में ही मो इरशाद से उसकी दोस्ती हुई थी. पांच हजार रुपये में वह लिखित परीक्षा पास कराने का सौदा किया था. इंजीनियरिंग पास कर वह भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करता है.

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