हड़ताल से बिजली आपूर्ति व्यवस्था पर पड़ सकता है असर
भागलपुर : बिजली निजीकरण के विरोध में अधिकारियों व कर्मचारियों ने कमर कस ली है और आर-पार की लड़ाई के मूड में आ गये हैं. विद्युत कामगार पदाधिकारी अभियंता संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव सह बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के सीएमडी को ज्ञापन सौंप निजीकरण के विरोध में एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल की जानकारी दी.
हड़ताल 11 फरवरी की सुबह छह से 12 फरवरी सुबह छह बजे तक रहेगी. भारत सरकार के विद्युत उद्योग को प्राइवेट कंपनियों को सुपुर्द करने के निर्णय से विद्युत कंपनियों में कार्यरत कर्मियों की सेवा समाप्त होने की संभावना है. कर्मियों में काफी असंतोष है.
26 जनवरी को विद्युत कामगार पदाधिकारी अभियंता संयुक्त संघर्ष मोर्चा के सभी घटक संगठनों की पटना में बैठक हुई. मोर्चा की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि विद्युत क्षेत्र के निजीकरण के विरोध में बिहार राज्य के तमाम कर्मी, पदाधिकारी व अभियंता सांकेतिक हड़ताल पर रहेंगे. हड़ताल से बिजली आपूर्ति व्यवस्था पर असर पड़ सकता है.
इंजीनियरों की ट्रांसफर-पोस्टिंग शुरू, एसटीएफ के एग्जीक्यूटिव को भेजा बांका : बिजली विभाग में ट्रांसफर-पोस्टिंग शुरू हो गया है. ट्रांसफर-पोस्टिंग को बिजली निजीकरण को लेकर चल रहे विरोध के नजरिये से देखा जा रहा है. बांका के कार्यपालक अभियंता पंकज कुमार का स्थानांतरण औरंगाबाद इलेक्ट्रिक सर्किल में कर दिया गया है.
नाथनगर विद्युत सब डिवीजन के जूनियर इंजीनियर सीताराम प्रसाद का स्थानांतरण पेसू, पटना के राजापुर सेक्शन में किया गया है. कहलगांव सेक्शन के जूनियर इंजीनियर दीपू कुमार का स्थानांतरण पेसू पटना हुआ है. इलेक्ट्रिक सप्लाइ सर्किल, भागलपुर के कार्यपालक अभियंता (एसटीएफ) प्रकाश कुमार झा का स्थानांतरण बांका में कार्यपालक अभियंता पद पर किया गया है.