भागलपुर: पहले चंपानाला पुल, फिर भैना पुल, बैजानी पुल और अब मकदुमा पुल धंसने से भागलपुर का कारोबार चरमरा गया है. स्थिति यह है कि नवगछिया को छोड़ जिले के अन्य हिस्सों में जाने यहां वहां से आने का रास्ता नहीं बचा है.
चंपानाला पुल से सुल्तानगंज मार्ग, भैना पुल से कहलगांव मार्ग, बैजानी पुल और मकदुमा पुल से हंसडीहा समेत पूरे झारखंड क्षेत्र का मार्ग अवरुद्ध हो गया है. इससे भागलपुर बाजार के कारोबारी क्षेत्रों का ही रास्ता पूरी तरह बंद हो गया और भागलपुर बाजार में रोजाना 10 से 12 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हो रहा है.
भागलपुर से संपर्क टूटा
दक्षिणी क्षेत्र के नौनीहाट, हंसडीहा, देवघर, बांका, गोड्डा, दुमका, रजाैन, धौरेया, बौंसी, बाराहाट समेत अन्य छोटे बाजार के न तो कारोबारी भागलपुर पहुंच पा रहे या न ही उनका सामान. कहलगांव और सुल्तानगंज मार्ग के विभिन्न छोटे बाजारों के कारोबारी पहले ही भागलपुर बाजार से कटे हुए हैं. सामान्य दिनों में भागलपुर बाजार में रोजाना 20 से 25 करोड़ का कारोबार होता है, जिसमें अभी केवल थोक कारोबारियों का 70 से 80 फीसदी कारोबार प्रभावित हो रहा है. व्यवसायियों का कहना है भागलपुर अब स्थानीय बाजार बन कर रह गया है, जो मार्ग चालू होने पर 200 किलोमीटर तक की दूरी का मुख्य बाजार हुआ करता था.
ट्रेन से हो रही माल ढुलाई
भागलपुर के किराना, कपड़ा, इलेक्ट्रॉनिक, जूता-चप्पल आदि के कारोबारियों की मानें तो अधिक जरूरी पड़ने पर अमरपुर के रास्ते से दक्षिण क्षेत्र के छोटे कारोबारी अधिक ट्रांसपोर्टिग चार्ज देकर या छोटी गाड़ियों से सब मार्ग से सामान ले जाते थे, लेकिन अब वह भी बंद हो गया है. अब सामान्य और छोटे कारोबारी के सामने ट्रेन से ही थोड़ा-थोड़ा सामान ले जाने का विकल्प बचा है. हंसडीहा व बांका लाइन में ट्रेन भी गिनती की चलती है, जिससे ट्रेनों में लोगों को लद कर जाना पड़ रहा है. इससे भी कारोबारियों को दिक्कत हो रही है.