भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति के आवास पर कार्यरत अनुकंपा कर्मी रंजीत चौधरी की मौत के बाद उनके आश्रितों पर दुखों का पहाड़ टूट गया है. कुलपति डॉ एनके वर्मा व प्रतिकुलपति डॉ एनके सिन्हा ने गहरी संवेदना व्यक्त की है.
कुलपति ने बताया कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि रंजीत अपने छोटे से सेवाकाल में वेतन भी नहीं पा सके. उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय से अनुकंपा कर्मियों की नियुक्ति सही तरीके से हुई है. केवल सरकार से अनुमोदन नहीं हो पाने के कारण अब तक न तो सरकार से कोई पत्र मिला है और न ही इनके वेतन मद में राशि ही मिली है. वैसे वे जितने दिन काम किये थे, उतने दिनों का वेतन और अन्य कर्मियों का वेतन सरकार देगी.
उन्होंने बताया कि एक बार अनुकंपा के आधार पर नौकरी मिलने के बाद दोबारा उनके आश्रितों को नौकरी देने की व्यवस्था नहीं है. प्रतिकुलपति डॉ सिन्हा ने बताया कि दिन भर किसी भी काम में मन नहीं लग रहा था. उन्होंने बताया कि सुलझा हुआ लड़का था रंजीत. एक माह पहले हुई थी उसकी शादी.