भागलपुर: डीआरडीए के ऊपरी तल पर स्थित सभागार में शॉर्ट-सर्किट के कारण ही आग लगी थी. आग लगने के कारणों की जांच के लिए गठित टीम ने अपनी रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया है. जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट डीएम बी कार्तिकेय को सौंप दी है. हालांकि प्रशासन की ओर से फिलहाल रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया है.
रिपोर्ट में आग लगने के कारण लगभग 70 से 75 लाख की अनुमानित क्षति की बात कही गयी है. मंगलवार देर रात दो से तीन बजे के बीच डीआरडीए भवन के ऊपरी तल पर स्थित सभागार में भीषण आग लग गयी थी. सभागार में इन दिनों सामाजिक, आर्थिक जनगणना के दावा-आपत्ति निष्पादन के बाद डाटा इंट्री का काम हो रहा था. आग के कारण सभागार पूरी तरह जल गया. इस अगिAकांड की जांच के लिए डीएम बी कार्तिकेय ने तत्काल सदर एसडीओ सुनील कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित की थी. टीम को 24 घंटे के अंदर अपनी रिपोर्ट देनी थी. जांच टीम ने गुरुवार शाम को अपनी रिपोर्ट सौंप दी.
संग्रहालय में होगा डाटा इंट्री का काम
सामाजिक-आर्थिक जनगणना के दावा-आपत्ति निष्पादन के बाद डाटा इंट्री का काम संग्रहालय में होगा. इसके लिए संग्रहालय के ऊपरी तल पर बने हॉल को चिह्न्ति किया गया है. डीआरडीए भवन की ऊपरी तल पर स्थित सभागार में लगी आग के कारण डाटा इंट्री के लिए लगाये गये सभी कंप्यूटर व अन्य सामग्री के राख हो जाने के बाद
डीडीसी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने डीआरडीए निदेशक रामईश्वर के नेतृत्व में एक टीम गठित की थी. टीम को डाटा रिकवरी व दोबारा कैसे व कहां डाटा इंट्री का कार्य शुरू कराया जा सकता है, इसको लेकर रिपोर्ट देनी थी. डीडीसी डॉ सिंह ने बताया कि फिलहाल टीम ने अपनी रिपोर्ट नहीं दी है, लेकिन दोबारा कार्य शुरू कराने के लिए संग्रहालय के ऊपरी तल को चिह्न्ति कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि डाटा इंट्री का कार्य दोबारा शुरू कराने के लिए कंप्यूटर सेटअप, वायरिंग, जेनेरेटर, पंखा, कुरसी-टेबुल आदि की आवश्यकता होगी. टीम फिलहाल इन सभी कार्यो में आने वाले खर्च का आकलन कर रही है. उन्होंने बताया कि शुक्रवार तक टीम अपनी पूरी रिपोर्ट समर्पित कर देगी और उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी. डीडीसी ने सोमवार से डाटा इंट्री का कार्य फिर से शुरू होने की उम्मीद जतायी है.