भागलपुर : मायागंज अस्पताल के मेडिसिन विभाग में भर्ती किडनी के मरीज जगदीशपुर के उमेश यादव का गुरुवार को भी डायलिसिस नहीं कराया जा सका. उमेश की जगह सबौर के बुजुर्ग दिनेश तांती की डायलिसिस कराने के बाद चिकित्सकों ने सुबह धमकाया और दोपहर बाद डिस्चार्ज कर दिया, ताकि मामले को रफा-दफा किया जा सके.
उमेश यादव की पत्नी किरण देवी ने बताया कि सुबह-सुबह कई चिकित्सक आये और इलाज नहीं करने की धमकी दी.खून की कमी होने के कारण डायलिसिस नहीं होने की बात कही. इससे अपने परिजनों बुला कर खून की व्यवस्था कर रहे हैं, ताकि डायलिसिस कराया जा सके.
दिनेश तांती की पत्नी रनिया देवी ने कहा कि डॉक्टरों ने मुंह चुप रखने को कहा है. तभी ठीक से इलाज किया जायेगा. सबौर अस्पताल में स्थायी रूप से इलाज कराने की सलाह दी. वहां आशा के जरिये दवा दी जायेगी.
उमेश पहले मायागंज के निजी सेंटर में कराता था डायलिसिस
मायागंज अस्पताल स्थित निजी डायलिसिस सेंटर के अभिमन्यु मिश्रा ने बताया कि पहले उमेश यादव पहले पांच बार डायलिसिस करा चुका है. यहां 1600 रुपये में एक बार डायलिसिस किया जाता है, जबकि मायागंज के सरकारी डायलिसिस विभाग में कम खर्च में हो जाता है. इस कारण उमेश इस बार डायलिसिस कराने चला गया.
दिनेश तांती का नहीं हुआ है डायलिसिस, उमेश को खून की कमी
अस्पताल अधीक्षक, मायागंज अस्पताल के अधीक्षक डाॅ आरसी मंडल ने कहा कि मेडिसिन विभाग के बेड संख्या 35 पर भर्ती मरीज दिनेश तांती का डायलिसिस नहीं किया गया है. उमेश यादव को डायलिसिस की जरूरत थी, लेकिन उन्हें खून की कमी है. दो यूनिट खून चढ़ाने के बाद भी हीमोग्लोबिन 63 ग्राम था. खून चढ़ाने की व्यवस्था की गयी है. इसके बाद ही डायलिसिस किया जायेगा.