भागलपुर: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से आयोजित इंटर की परीक्षा में अगर कम अंक मिले हों और बेहतर अंक प्राप्त करने के लिए और मेहनत कर छात्र परीक्षा दे, तो उन्हें कम या ज्यादा अंक मिले न मिले, लेकिन समान अंक जरूर मिल जायेगा. बीएसइबी ने ऐसा ही कारनामा भागलपुर के जिला स्कूल के एक छात्र के साथ किया है. छात्र जयराम सिंह के 12वीं कक्षा के दोनों वर्षो के अंक पत्र देख कर न सिर्फ छात्र व उनके अभिभावक परेशान हैं, स्कूल के प्राचार्य व शिक्षक भी हतप्रभ हैं. बीते दिनों इंटरमीडिएट का रिजल्ट आया था.
समाचारपत्र में जिला स्कूल के छात्र जयराम सिंह ने सेकेंड डिवीजन का रिजल्ट देख खुश था. खुशी इस बात को लेकर थी कि पिछले वर्ष वह थर्ड डिवीजन प्राप्त किया था. जब उसे अंक पत्र प्राप्त हुआ, तो उसे देख सभी हैरान रह गये. हैरान होने का कारण यह था कि पिछले वर्ष फिजिक्स में 54, केमिस्ट्री में 53 और गणित में 34 अंक मिले थे.
इस वर्ष भी इन तीनों विषयों में क्रमश: 54, 53 व 34 अंक ही मिले. यह तो कुछ भी नहीं, पिछले वर्ष फिजिक्स की प्रायोगिक परीक्षा में 22 और केमिस्ट्री की प्रायोगिक परीक्षा में 24 अंक मिले थे. इस बार भी दोनों विषयों की प्रायोगिक परीक्षा में क्रमश: 22 व 24 अंक मिले.
छात्र जयराम ने बताया कि उन्हें पिछले वर्ष कम अंक मिले थे और थर्ड डिवीजन प्राप्त हुआ था. बेहतर रिजल्ट प्राप्त करने के लिए एक साल और मेहनत की. इस वर्ष परीक्षा दी. रिजल्ट से यह आशंका प्रबल हो गयी है कि मेहनत की अपेक्षा निष्पक्ष रूप से अंक नहीं दिये गये हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले साल के अंक पत्र ही दोबारा प्रिंटिंग की गयी है. छात्र ने स्कूल के प्राचार्य को दोनों वर्षो के अंक पत्र के साथ आवेदन सौंप कर उचित अंक दिलाने का अनुरोध किया है. जयराम के पिता राजीव प्रसाद सिंह ने बीएसइबी से उत्तरपुस्तिका की प्रतिलिपि की मांग की है, ताकि वे अंकों से संतुष्ट हो सके.