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नहीं चेत रहे अिधकारी, बार-बार होता है हादसा, इएनटी विभाग में शार्ट सर्किट से लगी आग, मची अफरा-तफरी
भागलपुर : मायागंज अस्पताल के इएनटी विभाग में शुक्रवार की दोपहर शार्ट सर्किट से आग लग गयी. अाग लगने की सूचना मिलते ही यहां भर्ती एक दर्जन से ज्यादा मरीजों ने भागकर अपनी जान बचायी. आग पर समय रहते काबू पा लिया गया, जिससे कि कोई नुकसान नहीं हुआ. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दोपहर करीब […]
भागलपुर : मायागंज अस्पताल के इएनटी विभाग में शुक्रवार की दोपहर शार्ट सर्किट से आग लग गयी. अाग लगने की सूचना मिलते ही यहां भर्ती एक दर्जन से ज्यादा मरीजों ने भागकर अपनी जान बचायी. आग पर समय रहते काबू पा लिया गया, जिससे कि कोई नुकसान नहीं हुआ. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दोपहर करीब साढ़े तीन बजे विभाग में सन्नाटा था.
अचानक तार में स्पार्क होने लगा और देखते ही देखते आग तेजी से फैलने लगा. मौके पर पहुंचे लोगों ने अग्निशमन यंत्र से आग पर काबू पाया. मायागंज अस्पताल में बिजली व्यवस्था के लिए एजेंसी नियुक्त है. इसका काम बिजली की सुरक्षित व्यवस्था करना भी है. इसके विपरीत अस्पताल में जहां-तहां तार लटका रहता है और मेन स्विच भी खुला रहता है.
लटकते तारों की वजह से ही छह माह के अंदर दो बार आग लगने की घटना हो चुकी है. प्रभात खबर पहले भी अस्पताल में आग से खतरे को लेकर अपनी खबरों के माध्यम से आगाह करता रहा है.
लापरवाह हेल्थ मैनेजर का कटा वेतन
भागलपुर. मायागंज अस्पताल के इमरजेंसी के हेल्थ मैनेजर मधुकर कुमार का अस्पताल अधीक्षक डॉ आरसी मंडल ने एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया है. मैनेजर पर आरोप है कि गुरुवार की पूरी रात बिना किसी सूचना के मैनेजर कंट्रोल रूम से गायब थे. इस वजह से रात के समय जो भी मरीज यहां आये, उनको परेशान होना पड़ा.
अंत में वार्ड अटेंडेट ने मरीजों की समस्या का समाधान किया. जिससे गुरुवार को डाटा अपलोड कार्य नहीं हो सका.अस्पताल अधीक्षक ने मैनेजर से पूछा है कि बिना सूचना कार्यालय से गायब क्यों थे. इमरजेंसी प्रभारी ने बार-बार फोन किया, लेकिन कॉल रिसीव नहीं किया गया. इस तरह की शिकायत बार-बार आ रही है. यहां बता दें कि, पिछले 25 सितंबर को भी मैनेजर की लापरवाही सामने आयी थी. इस दौरान सर्पदंश के शिकार मरीज को पूरी रात बेड नहीं दिया गया. अंत में परेशान मरीज तौलिया पर आराम करने को विवश हो गया. इस मामले में भी अस्पताल अधीक्षक ने मैनेजर से स्पष्टीकरण मांगा था.
इधर, शोपीस बने डीआरडीए में लगे कई अग्निशमन यंत्र
भागलपुर : डीआरडीए का सभागार में प्रशासनिक बैठकों को लेकर कार्य दिवस में हलचल रहती है. डीआरडीए भवन में स्थित सभागार के अलावा अहम विभाग जैसे ग्रामीण विकास, सामाजिक सुरक्षा कोषांग, जिला कल्याण विभाग, बाल संरक्षण इकाई व विभागीय जांच आयुक्त का कार्यालय भी स्थित है. लेकिन इस भवन में लगे अग्निशमन यंत्र के सिलिंडर शोपीस बने हुए हैं.
अग्निशमन यंत्र के सिलिंडर में रिफिलिंग की तिथि एक्सपायर हो चुकी है, फिर भी इसपर किसी का ध्यान नहीं है. अगर आगजनी जैसी घटना हो जाती है तो फिर तात्कालिक उपाय के तहत उक्त यंत्र का प्रयोग बेकार साबित होगा.
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