भागलपुर: मनरेगा कर्मियों का इस्तीफा वापस होगा. उन्होंने मौखिक तौर पर कह दिया कि वे लोग अपना इस्तीफा वापस ले लेंगे. उम्मीद है सोमवार को लिखित आवेदन देकर इस्तीफा वापस ले लिया जायेगा. शनिवार को मनरेगा कर्मियों ने डीडीसी को लिखित आवेदन देकर जांच कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की थी.
इसे लेकर रविवार को डीआरडीए सभागार में जिलाधिकारी प्रेम सिंह मीणा की अध्यक्षता में बैठक हुई. बैठक में मनरेगा कर्मियों ने कहा कि हमलोग अपना इस्तीफा वापस ले लेंगे, लेकिन क्षेत्र में कार्य करने में जो परेशानी होती है उसका उपाय होना चाहिए. कार्य करने में सामाजिक व राजनीतिक दोनों तरह से परेशानी होती है.
ऐसे में उस माहौल में काम करना बहुत ही मुश्किल है.
इस पर अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि वे लोग पूरी ईमानदारी से कार्य करें. कहीं कोई दिक्कत नहीं होगी. अगर इसके बाद भी कोई परेशानी होगी, तो विभाग उनके साथ खड़ा रहेगा. जिला के विभिन्न प्रखंडों में मनरेगा के तहत हरियाली मिशन व अन्य कार्यो की जांच में कई तरह की अनियमितता पायी गयी थी. जांच से परेशान कर्मियों ने यह कह कर इस्तीफा दे दिया था कि उन्हें अधिकारियों द्वारा बेवजह परेशान किया जाता है. ऐसे में कार्य करना मुश्किल है. साथ ही यह भी कहा कि जिला में पांच ऐसे अधिकारी हैं जो उनलोगों को प्रताड़ित करते हैं. उनसे जांच नहीं कराया जाये.
इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि अगर किसी अधिकारी द्वारा परेशान किया जाता है तो लिखित आवेदन वरीय अधिकारी को दें. उनके खिलाफ भी जांच की जायेगी. दोषी पाये जाने पर उन पर भी कार्रवाई की जायेगी. किसी अधिकारी को जांच से नहीं हटाया जायेगा. अब तक 232 जांच में तीन जांच के आरोपी के खिलाफ एफआइआर दर्ज किया गया था, उसे वापस लेने की मांग की गयी. अधिकारियों ने कहा कि एफआइआर वापस नहीं लिया जा सकता.
यह किसी तरह के गबन के मामले में ही होता है. छोटी-मोटी गलतियों पर चेतावनी देकर छोड़ दिया जाता था. जांच सरकार के निर्देश पर हो रहा है वह जारी रहेगा. पीओ को निर्देश दिया गया कि वे हर माह अपने क्षेत्र का निरीक्षण करें और गलती होने पर कार्रवाई करें व हर माह अभिलेख का संधारण कर जिला मुख्यालय रिपोर्ट करें.
कर्मियों ने कहा कि उन लोगों को कई चीजों की जानकारी नहीं है. जानकारी के अभाव में अभिलेख का संधारण ठीक से नहीं हो पाता है. इस पर डीएम ने कहा है कि पीओ और पीआरएस को प्रशिक्षण दिया जायेगा. मौके पर डीडीसी राजीव प्रसाद सिंह रंजन, डीआरडीए निदेशक एसएन सिंह, डीपीओ विमलेश मिश्र, सभी वरीय डिप्टी कलेक्टर, डीएसओ ईश्वर चंद्र शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.