भागलपुर : पेट्रोल पंप के मैनेजर जय किशन शर्मा हत्याकांड के चार माह बाद भी पुलिस हत्यारों को गिरफ्तार नहीं कर पायी है. इस मामले में परिजन एसएसपी से लेकर डीजीपी तक गुहार लगा चुके हैं. बड़ी बात यह है कि पुलिस अब तक हत्या का कारण तक नहीं खोज पायी है, जबकि पुलिस के पास इस हत्याकांड से जुड़े कई सबूत हैं.
पुलिस की शिथिलता के कारण हत्यारे अब तक खुलेआम घूम रहे हैं. 27 जनवरी को अपराधियों ने गोली मार कर जयकिशन की हत्या कर दी थी. पहले तो पुलिस ने इस हत्याकांड को जमीन विवाद से जोड़ कर देखा, लेकिन उसमें कुछ मिला नहीं. इसके बाद पुलिस मामले को लूट में हुई हत्या करार देने लगी. लेकिन जयकिशन के पास वैसी कोई कीमती वस्तु या कैश नहीं था, जिसे अपराधी लूट सके. बाद में पुलिस ने कहा कि धोखे में जय किशन की हत्या कर दी गयी है, लेकिन आखिर अपराधी किसे मारने आये थे, यह भी स्पष्ट नहीं हो पाया है.
कई नंबर संदिग्ध मिले. टावर डंपिंग के जरिये पुलिस ने पांच ऐसे नंबरों को खोज निकाला, जो इस हत्याकांड में संदिग्ध हैं. अब तक उन नंबरों के आधार पर पुलिस असली हत्यारों तक नहीं पहुंच पायी है. पुलिस का कहना है कि इस कांड में शामिल सारे अपराधी भागे हुए हैं. अगर अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हो पा रही है तो उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई पुलिस क्यों नहीं करती है.