भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के पांच कॉलेजों में पीजी के अलग-अलग विषयों की पढ़ाई होनी है. इसमें एसएम कॉलेज भी शामिल है. प्राचार्य डॉ उषा कुमारी का कहना है कि वे इस संदर्भ में अभी कुछ नहीं बता सकती हैं. पीजी की पढ़ाई शुरू करने में क्या समस्याएं आयेगी, इस पर वे एकेडमिक काउंसिल की बैठक होने से पहले कुछ भी बता पाने में सक्षम नहीं हैं. एसएम कॉलेज में पीजी की पढ़ाई शुरू होने पर संदेह दिख रहा है. विश्वविद्यालय में गुरुवार को एकेडमिक काउंसिल की बैठक होगी.
इसमें कई अन्य मामलों के साथ मुख्य रूप से पीजी की पढ़ाई के लिए छात्रों की सीट का निर्धारण भी होगा. इसके लिए सभी टीएनबी कॉलेज, मारवाड़ी कॉलेज, एसएम कॉलेज, आरडी एंड डीजे कॉलेज, मुंगेर व कोशी कॉलेज, खगड़िया के प्राचार्यो को निर्देश दिया गया है कि एकेडमिक काउंसिल की बैठक में वे छात्रों की सीटों की संख्या निर्धारित कर प्रस्ताव समर्पित करें.
पीजी की पढ़ाई के लिए टीएनबी कॉलेज ने वर्ष 2012 में विश्वविद्यालय को प्रस्ताव सौंपा था. लिहाजा टीएनबी कॉलेज में पीजी की पढ़ाई शुरू होने में कोई संकट नहीं है. मारवाड़ी कॉलेज एमकॉम की पढ़ाई कराने के लिए तैयार है. लेकिन सूत्रों का कहना है कि एसएम कॉलेज में बुनियादी सुविधाओं का अभाव और शिक्षकों की कमी के कारण पीजी विभाग खोलना में समस्या आ रही है. सूत्रों ने यह भी बताया कि बीते दिनों इस पर विचार करने के लिए एसएम कॉलेज में विभिन्न विभागों के अध्यक्षों की बैठक हुई थी, जिसमें बगैर समस्याओं के निदान किये पीजी विभाग खोलने पर किसी की सहमति नहीं बनी.
एसएम कॉलेज में बीकॉम की सीट पर भी होगा विचार
विश्वविद्यालय ने यह निर्णय लिया है कि एसएम कॉलेज में बीकॉम पार्ट वन में नामांकन के लिए सीटों की संख्या बढ़ाने का स्थायी निदान किया जाये. प्रतिकुलपति प्रो एके राय ने बताया कि एकेडमिक काउंसिल की बैठक में एसएम कॉलेज के लिए बीकॉम पार्ट पार्ट की सीट बढ़ोतरी का प्रस्ताव भी अनुमोदित कराया जायेगा.