भागलपुर: पीरपैंती में बनने वाले थर्मल पावर प्रोजेक्ट के लिए भूमि अजर्न का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है. अब केवल रैयतों को भुगतान करना शेष रह गया है. इसके लिए जिला भू-अजर्न कार्यालय की ओर से करीब 300 करोड़ की राशि जिला कोषागार में जमा करा दी गयी है. जिला भू-अजर्न पदाधिकारी राजीव रंजन ने बताया कि भू-अजर्न के बाद अब रैयतों के भुगतान की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.
विदित हो कि पीरपैंती थर्मल पावर प्रोजेक्ट के लिए कुल 1185.16 एकड़ भूमि का हस्तांतरण होना है. इनमें से कुछ बिहार सरकार की गैर मजरुआ आम व रेलवे की करीब 57.68 एकड़ भूमि भी शामिल है. इस पावर प्रोजेक्ट के लिए कुल मिला कर लगभग 987.46 एकड़ भूमि का अजर्न किया जाना है और इसके लिए करीब 1500 रैयतों के बीच मुआवजा का वितरण होना है.
अजर्न के लिए पहली किस्त में मिली राशि से लगभग 500 रैयतों के बीच मुआवजा का वितरण भी हो चुका है. जिला भू-अजर्न पदाधिकारी ने बताया कि लगभग 300 एकड़ भूमि में आम व अन्य फलों का बगीचा है, जबकि उक्त जमीन के खतियान में इसका जिक्र नहीं था. रैयतों की मांग पर इसके लिए मुआवजा दर को वेरीफाइ करना था. वरीय पदाधिकारियों को इससे अवगत कराया गया और मौके का मुआयना आदि कराने के साथ-साथ फोटोग्राफी भी करायी गयी, जिसमें बगीचा होने की पुष्टि भी हुई है.
इसी आधार पर बगीचा के अनुसार मुआवजा दर को वेरीफाइ कर दिया गया है और उसी के आलोक में अब भुगतान की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गयी है. उन्होंने बताया कि 300 करोड़ की राशि कोषागार में जमा है और इसके भुगतान की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.