भागलपुर: जिले के कहलगांव व पीरपैंती प्रखंड के 142 प्रारंभिक व मध्य विद्यालयों में मिड डे मिल एक सप्ताह से बंद है. लगभग 56 हजार बच्चे मध्याह्न् भोजन से वंचित हैं. एसएफसी द्वारा चावल उपलब्ध नहीं कराये जाने के कारण स्कूलों के बच्चों पर निवाला का संकट गहरा गया है.
मध्याह्न् भोजन नहीं मिलने से बच्चों की उपस्थिति प्रभावित होने लगी है. मध्याह्न् भोजन नहीं मिलने से कई स्कूलों में बच्चों की संख्या 300 से घट कर आधी हो गयी है. शिक्षा विभाग की ओर से मई तक प्रारंभिक स्कूलों में मिशन गुणवत्ता के तहत अभियान चला कर टारगेट पूरा करना है. इससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि गुणवत्ता शिक्षा मिशन कैसे परा होगा.
शिक्षा विभाग सूत्रों की मानें, तो कहलगांव के अंतर्गत 210 प्रारंभिक स्कूलों के लिए एसएफसी को 1162 क्विंटल चावल देना था. लेकिन एसएफसी ने 194 क्विंटल चावल ही दिया. पीरपैंती के 190 प्रारंभिक स्कूलों के लिए 1293 क्विंटल चावल का आवंटन करना था. 279 क्विंटल ही चावल एसएफसी ने दिया. नाथनगर, सुल्तानगंज, इस्माइलपुर, गोपालपुर, शाहकुंड, नारायणपुर आदि प्रखंडों के कुछ स्कूलों में भी चावल के अभाव में यही स्थिति बनी हुई है. सूत्रों की मानें, तो एक सप्ताह से कहलगांव एसएफसी द्वारा चावल देने के नाम पर मिड -डे-मिल पदाधिकारी को घुमाया जा रहा था. मध्याह्न् भोजन कार्यालय से इसकी सूचना जिलाधिकारी को भी दी गयी है.
इधर, जिला मध्याह्न् भोजन प्रभारी डॉ राम बाबू ने बताया कि चावल आवंटन नहीं मिलने के कारण कहलगांव के 84 व पीरपैंती के 58 प्रारंभिक स्कूलों में मध्याह्न् भोजन बंद था. लेकिन शुक्रवार से सभी विद्यालयों में मध्याह्न् भोजन शुरू हो जायेगा. गुरुवार को एसएफसी द्वारा चावल का आवंटन किया जायेगा.