घोटाला. पूर्व डीएम केपी रमैया के पत्र का चल रहा सर्च अभियान
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नहीं मिल रही मूल फाइल, सीबीआइ ने दी सात दिनों की मोहलत
घोटाला. पूर्व डीएम केपी रमैया के पत्र का चल रहा सर्च अभियान काफी मशक्कत के बाद मिला अटेंडेंस रजिस्टर व कार्य बंटवारा रजिस्टर भागलपुर : सृजन मामले में पूर्व डीएम केपी रमैया के 20 दिसंबर 2003 को जारी पत्रांक संख्या 1136 का सर्च अभियान जारी है. इसकी मूल फाइल की खोजबीन जारी है. अब सीबीआइ […]
काफी मशक्कत के बाद मिला अटेंडेंस रजिस्टर व कार्य बंटवारा रजिस्टर
भागलपुर : सृजन मामले में पूर्व डीएम केपी रमैया के 20 दिसंबर 2003 को जारी पत्रांक संख्या 1136 का सर्च अभियान जारी है. इसकी मूल फाइल की खोजबीन जारी है. अब सीबीआइ ने मामले में सात दिनों की मोहलत दी है. सीबीआइ ने मामले को लेकर दोबारा से विकास शाखा को पत्र लिखा है.
कहा, हर हाल में उक्त पत्र की मूल फाइल को दिया जाये. इस मूल फाइल से ही पता लगेगा कि तत्कालीन डीएम ने किस आधार पर सृजन महिला विकास सहयोग समिति में सरकारी राशि जमा करने का निर्देश जारी किया था. इस निर्देश से पहले पूर्व डीएम ने किस तरह का प्रस्ताव मंगवाया और किस स्तर के पदाधिकारी ने प्रस्ताव पर अपनी संपुष्टि की थी. स्थापना शाखा में भेजी गयी 13 कर्मियों की सूची : विकास शाखा ने वर्ष 2003 के पहले और बाद में काम करनेवाले 13 कर्मियों की सूची स्थापना शाखा को दी है. इन कर्मियों के स्थायी पत्ते की मांग की गयी है.
पहले अटेंडेंस रजिस्टर भी गुम हुआ माना जा रहा था : विकास शाखा में कई दिनों से अटेंडेंस रजिस्टर व कार्य बंटवारा रजिस्टर खोजा जा रहा था. पहले तो यह समझा गया कि उक्त दोनों रजिस्टर भी गुम हो गया, मगर इसको खोज निकाला गया.
जिला नजारत शाखा में नहीं आये अमरेंद्र यादव : जिला नजारत शाखा में अमरेंद्र यादव शनिवार को नहीं आये. इस कारण यह चर्चा चलती रही कि क्यों नहीं आये. कहा गया कि उनकी तबीयत खराब है.
अरुण कुमार पर पूरक प्रपत्र क का हो सकता है गठन: सीबीआइ के बाद अब निगरानी ने जिला कल्याण पदाधिकारी अरुण कुमार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया है. इस अकूत संपत्ति के बारे में जिला प्रशासन को भी विवरण भेजा है. एसआइटी के पकड़े जाने व समाज कल्याण विभाग से उनके निलंबन होने पर स्थानीय स्तर पर प्रपत्र क का गठन हुआ था. इस प्रपत्र क के गठन के बाद निगरानी के दर्ज मामले को लेकर भी उनके खिलाफ पूरक प्रपत्र क गठित होने की तैयारी शुरू हो गयी है.
प्रखंडों को भी भेजा गया पत्र
पूर्व डीएम केपी रमैया के पत्र को लेकर सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को भी पत्र लिखा गया है. उनसे उक्त पत्र की मूल प्रति मांगी गयी है.तािक उस पत्र को सीबीआइ को मुहैया कराया जा सके
28 दिसंबर को दीपक वर्मा से सीबीआइ ने की थी पूछताछ
सीबीआइ ने एक पार्टी के नेता दीपक वर्मा को पिछले 28 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था. उक्त नेता की पत्नी सृजन महिला विकास सहयोग समिति में सदस्य के तौर पर हैं और प्रशासन की दर्ज प्राथमिकी में आरोपित हैं. सीबीआइ ने दीपक वर्मा से उनकी वर्तमान जमीन के कारोबार के बारे में पूछा और संपत्ति के बारे में भी जानकारी ली. इसके अलावा सृजन से जुड़ने के बारे में सीबीआइ ने दीपक वर्मा से कई घंटे पूछताछ की. मामले को लेकर दीपक वर्मा ने बताया कि सीबीआइ के सभी सवालों का जवाब दिया. उनकी पैतृक संपत्ति है. वह जमीन का कारोबार करते हैं. उन्होंने सीबीआइ को बताया कि मनोरमा देवी के सृजन के घोटाला कारोबार के बारे में उन्हें या उनकी पत्नी को कोई जानकारी नहीं थी.
तीन लोगों से सीबीआइ ने की लंबी पूछताछ
सृजन को लेकर शनिवार को भी पूछताछ का सिलसिला जारी रहा. तीन लोगों को बारी-बारी से बुलाकर घोटाले के संबंध में जानकारी ली गयी. कहा गया कि इसमें एक नेता भी थे. इस नेता को शुक्रवार की शाम को कैंप कार्यालय बुलाया गया. शनिवार को सुबह 10 बजे तक उनसे पूछताछ चली.
मृत नाजिर महेश मंडल की नियुक्ति को ले चल रही जांच
कल्याण कार्यालय के मृत नाजिर महेश मंडल की सरकारी नौकरी में लगनेवाले नियुक्ति पत्र को लेकर भी जांच शुरू हो गयी है. इसके पत्र के बारे में सीबीआइ स्तर से भी जांच चल रही है.
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