सबौर: रुक -रुक कर हो रही बारिश से गुरुवार को मौसम खुशनुमा हो गया. सुबह से ही बारिश लगातार होती रही. बिहार कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग से मिली जानकारी अनुसार शाम तक 15 एमएम बारिश हुई. इसके साथ ही मई में अब तक 156.4 एमएम बारिश हो चुकी है. जो 2001 और 2006 को छोड़ विगत 10 वर्षो में सबसे ज्यादा बारिश है. शुक्रवार को भी लगातार बारिश होने की संभावना है. किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार में मूसलधार बारिश होने की संभावना है. चार जून को भी बारिश होगी.
हो रहा है चक्रवातीय बारिश
निम्न दाब के कारण पश्चिम बंगाल, ओड़िशा, झारखंड व बिहार के तटीय इलाके में घनघोर बादल छाये हैं. यह चक्रवातीय बारिश का सूचक है. आने वाले कई दिनों में अच्छी बारिश के संकेत हैं. केरल में तीन जून को मॉनसून प्रवेश करनेवाला है. उसके प्रवेश करने के बाद निश्चित समय तय हो सकेगा की बिहार में मॉनसून कब प्रवेश करेगा. लेकिन अब तक के अनुमान से इसकी संभावना है कि मॉनसून बिहार में नियत समय पर दस्तक देगा.
गुरुवार को रहा तापमान
गुरुवार को अधिकतम तापमान 28.2, न्यूनतम तापमान 24.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया. 92 प्रतिशत आद्रता के साथ 9.5 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पूरबा हवा चल
रही है.
कीचड़मय हुआ शहर
अभी मानसून आया भी नहीं लेकिन आकाश से बरसे रिमङिाम बारिश से पूरा शहर कीचड़मय हो गया. शहर के सभी सड़कों पर पूरा किचकिच. नाला से निकाला कचरा कुछ तो नाला में ही गिरा व कुछ सड़क पर बहा. लोगों को पैदल चलने में परेशानी हो रही थी. मोटरसाइकिल वाले पानी में भींग कर अपने घर की ओर गये. बारिश से लोहापटटी में लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी हुई. गिरधारी साह मार्केट के आगे वाली सड़क के किनारे पड़ा कचरे बदबू दे रहा था. लोहापटटी में बारिश का पानी जमा था, और पूरा सड़क कीचड़ से भर गया था.
लोगों को पैदल चलने में परेशानी हो रही है. स्टेशन परिसर में भी बारिश का पानी कई जगह जमा हुआ था जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. भोलानाथ पुल के नीचे बारिश के कारण पूरा पानी भर गया था. जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. मोटरसाइकिल व ठेला चलाने वाले को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा था.