भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विवि के अंतर्गत जमालपुर के जगजीवन राम श्रमिक कॉलेज में पूर्व प्राचार्य द्वारा की गयी अनियमितताओं की जांच विवि की तीन सदस्यीय जांच कमेटी करेगी.
पूर्व प्राचार्य डॉ प्रमोद भारतीय द्वारा वर्तमान प्राचार्य डॉ देवराज सुमन को प्रभार नहीं सौंपे जाने से कॉलेज की कई प्रशासनिक गतिविधियां प्रभावित हो रही है. जांच के लिए कुलपति प्रो रमा शंकर दूबे ने जांच कमेटी का गठन कर दिया है. तीन सदस्यीय कमेटी में डीएसडब्ल्यू डॉ गुरुदेव पोद्दार, प्रॉक्टर डॉ राम प्रवेश सिंह व कॉलेज इंस्पेक्टर(आर्ट) डॉ मणिन्द्र कु सिंह शामिल हैं. कॉलेज के कई जरूरी कागजात 14 अलमीरा में बंद पड़े हैं. संभावना है कि कमेटी सदस्यों की मौजूदगी में उन्हें खोला जायेगा. वीसी द्वारा जारी किये गये पत्र में जांच कमेटी को हफ्ते भर के अंदर जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश है.
कॉलेज का कार्य प्रभावित : पिछले दो वर्ष से कई जरूरी फाइलों के अलमीरा में बंद होने से पिछले दो वर्ष से कॉलेज के कई प्रशासनिक, वित्तीय व गैर-वित्तीय कार्य नहीं हो पा रहे हैं. कई विषयों के संबंध में वर्तमान प्राचार्य को कोई जानकारी नहीं हैं. काम जैसे-तैसे चल रहा है. वर्तमान प्राचार्य कई बार विवि प्रशासन को कई बार मामले से अवगत करा चुके हैं.
पूर्व प्राचार्य की बहाली को कोर्ट ने ठहराया था अवैध
यूजीसी व अन्य विकास फंड की राशि के गलत उपयोग और गैर जरूरी सामान की खरीद संबंधी अनियमितताओं के बाद विवि सिंडिकेट ने कानूनी कार्रवाई के लिए मामले को कोर्ट में रखा था. हाइ कोर्ट ने पूर्व प्राचार्य की बहाली को ही अवैध ठहराते हुए उन्हें दो वर्ष पूर्व 2012 में बरखास्त कर सेवा से मुक्त कर दिया था. केस सुप्रीम कोर्ट तक गया था और सुप्रीम कोर्ट ने भी हाइ कोर्ट के फैसले को सही ठहराया. पूर्व प्राचार्य ने महत्वपूर्ण कागजात कॉलेज के 14 अलमारियों में रखा था, जिसकी चाबी भी अपने साथ ले गये. कॉलेज सूत्रों के अनुसार पूर्व प्राचार्य पर 30 लाख से भी अधिक राशि के गैर जिम्मेदाराना तरह से उपयोग व राशि में हेर-फेर का आरोप था.
जांच कमेटी गठित की गयी है, जो कॉलेज जा कर संबंधित अधिकारियों की मौजूदगी में अलमीरा खोलेगी व आगे की उचित कार्रवाई के लिए जांच कर रिपोर्ट विश्वविद्यालय को सौंपेगी.
प्रो एके राय, प्रतिकुलपति, टीएमबीयू