हादसा . धान के खलिहान में लगी आग
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डेढ़ साल की बच्ची जिंदा जली
हादसा . धान के खलिहान में लगी आग नाथनगर : मधुसूदनपुर थाना क्षेत्र के भतोड़िया गांव से पूरब स्थित फिलान बहियार में मंगलवार की दोपहर धान के खलिहान में बनी झोपड़ी में अचानक आग लग गयी. इस घटना डेढ़ साल की एक बच्ची जिंदा जल गयी. झोपड़ी से धुआं उठते ही किसान राजेंद्र यादव व […]
नाथनगर : मधुसूदनपुर थाना क्षेत्र के भतोड़िया गांव से पूरब स्थित फिलान बहियार में मंगलवार की दोपहर धान के खलिहान में बनी झोपड़ी में अचानक आग लग गयी. इस घटना डेढ़ साल की एक बच्ची जिंदा जल गयी. झोपड़ी से धुआं उठते ही किसान राजेंद्र यादव व उनके परिजन सहित आसपास के लोग आग बुझाने दौड़े. पास के खेत मे चल रहे पंपिंग सेट से आग पर काबू पाया गया.बाद में जले पुआल के ढेर में डेढ़ साल का बच्ची मृत मिला. बच्ची को जला देख परिजन दहाड़ मार कर रोने लगे.
घटना के समय परिजन झोपड़ी से महज 10 फीट दूर धान तैयार कर रहे थे. सूचना मिलते ही मधुसूदनपुर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. किसान राजेंद्र यादव ने बताया कि खलिहान में आराम करने के लिए छोटी सी झोपड़ी बनायी गयी थी जिसमें बच्ची को सुला दिया गया था. झोपड़ी से 10 फीट की दूरी पर सभी परिजन मिलकर धान तैयार कर रहे थे. अचानक झोपड़ी से धुआं निकलने लगा जिसे बुझाने के लिए सभी दौड़े. आसपास के किसान भी दौड़े और आग बुझायी गयी. बच्ची को झोपड़ी में सुलाने का ध्यान नहीं रहा. अचानक बच्ची के झोपड़ी में ही होने की याद आयी, तो उसकी खोजबीन करने लगे. इस दौरान वह पुआल के अंदर जली मिली. बच्ची का नाम सोनम था. आग से एक बीघा खेत का धान भी जल कर राख हो गया.
बच्चे को देख बार बार बेहोश हो रहे थे परिजन.
पंद्रह दिन पहले नानी घर आयी थी सोनम
डेढ साल की मासूम बच्ची को जिंदा जला देख वहां पहुंचे सभी लोग मर्माहत थे. बच्ची को देखकर खलिहान पहुंचे लोगो की आंखों से आंसू गिरने लगता था. उधर मृतक के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था. लाश पर ढंके कपड़े को जैसे ही देखने के लिए हटाया जाता था उसे देख बच्ची की मां नानी और नाना दहाड़ मार कर रोने लगते थे.
मृतक की मां और पांच साल की बहन तो बार-बार बेहोश हो रही थी जिसे वहां पहुंचे अन्य लोग पानी का छींटा मार कर होश में लाने में जुटे थे. मृतक के नाना राजेंद्र ने बताया कि उनकी बेटी की शादी कहलगांव पटेलनगर के दुलार यादव से हुई है जो मजदूरी करता है. 15 दिन पहले उनकी बेटी गीता देवी अपनी बड़ी बेटी शिवानी और छोटी सोनम को लेकर भतोड़िया गंगाप्रसाद अपने माइके आयी थी.
परिजनों ने कहा: जिंदगी भर का लग गया कलंक
एक तरफ जहां डेढ साल की मासूम सोनम के जलने से उसके ननिहाल के लोग गमगीन हैं वही दूसरी ओर इस कलंक की चिंता भी सता रही है. परिजन इस बात को लेकर चिंतित हैं कि बच्ची के पैतृक घरवाले कहीं उसकी मौत के लिए ननिहाल वालों को न जिम्मेदार ठहरा दें. किसान राजेंद्र यादव बताते है कि 15 दिन पहले काफी आरजू मिन्नत कर बेटी को घर बुलाया था. मगर क्या पता था कि भगवान उन्हें ऐसा दुख देंगे. यह कहकर राजेंद्र रोने लगे कि बच्ची की मौत से जिंदगी भर का कलंक लग गया.
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