भागलपुर : साहब बीमार पड़ते हैं उनके घर के बच्चे, और पिटती हूं मैं. 29 अक्तूबर आैर एक नवंबर को तो उन लोगों ने मुझे घर से निकाला और डायन-डायन कहते हुए मारा-पीटा. बचाने के लिए आगे आये बेटे-बेटी की भी पिटाई की. थाने में मुकदमा दर्ज हो गया, तो अब केस न उठाने की स्थिति में बेटा-बेटी को रास्ते में मारने के लिए दाैड़ा रहे हैं और जान से मारने की धमकी दे रहे हैं.
अब तो जीना मुहाल हो गया है.’ यह कहते हुए सरिता देवी की आंखें भर आयी. पूरी घटना को जानने के बाद डीआइजी ने लापरवाही बरतने वाले थानेदार को जमकर लताड़ लगायी और एसडीपीओ कहलगांव को शनिवार को पीड़िता के घर जाकर न्याय के लिए जरूरी पहल करने का निर्देश दिया.
शुक्रवार को पहुंची डीआइजी से लगाने गुहार : शिवनारायणपुर थानाक्षेत्र के रमजानीपुर निवासी शंकर यादव की पत्नी सरिता देवी शुक्रवार को अपने पति के साथ डीआइजी विकास वैभव के दरबार पहुंची. यहां उन्होंने डीआइजी को सौंपे ज्ञापन में कहा कि उनके पड़ोसी सूरज यादव व उनके परिजन सालों से डायन-डायन कहकर अपमानित एवं प्रताड़ित कर रहे हैं. जब भी सूरज के घर का कोई सदस्य बीमार पड़ता है तो डायन का लांछन लगाकर बोलते हैं कि उसने जादू-टोना कर दिया है.
29 अक्तूबर और एक नवंबर को सूरज और उसके बेटे धनंजय, उमेश यादव, पत्नी बिंदा देवी, पुत्रवधू चंदा व बंधन देवी ने सरिता देवी को घर से निकाला आैर निर्वस्त्र करके मारा पीटा. उसे बचाने के लिए आये 14 साल के बेटे सुनील और 12 साल की बेटी पूजा को भी मारा-पीटा. सरिता देवी की तहरीर पर शिवनारायणपुर थाने में उक्त लाेगों के खिलाफ 341, 323, 354, 504, 506 व 34 आइपीसी के तहत मुकदमा दर्ज हो गया. मुकदमा दर्ज के बाद आठ नवंबर की सुबह से आरोपित लगातार जान से मारने की धमकी देते हुए केस उठाने का दबाव बना रहा है. यहां तक कि स्कूल से आते-जाते बेटे-बेटी को घेर कर मारने के लिए दौड़ा लिया था.
डीआइजी ने लापरवाही बरतनेवाले शिवनारायणपुर के थानेदार को जमकर लगायी फटकार, आज मौके पर जायेंगे एसडीपीओ कहलगांव
पीड़िता अपने पति संग आयी थी. दायित्व निर्वहन में उदासीनता बरतने पर संबंधित थानेदार को डांटा. साथ ही एसडीपीओ कहलगांव को गांव जाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया गया है.