भागलपुर : चुनावी मौसम में लोगों के लिए सफर सुहाना नहीं रह गया है. चुनाव कार्य के लिए गाड़ियों की धर-पकड़ से जहां सरकारी बसों की संख्या कई रूट में आधी हो गयी है, वहीं निजी बसों की संख्या भी हर रूट में तीन से पांच तक हो गयी है. ऐसे में भागलपुर से अन्य जिले जाने वाले बस यात्रा ियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
बसों में यात्री ठूंस-ठूंस कर भरे जा रहे हैं. इधर छोटी गाड़ियों में ऑटो व जुगाड़ गाड़ी की चांदी हो गयी है.बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के डिवीजनल मैनेजर पीके झा ने बताया कि परिवहन निगम की पूर्णिया, बेगूसराय व अन्य रूट की 17 गाड़ियां चुनाव कार्य के लिए पकड़ी गयी हैं. उनका कहना था कि परिवहन सचिव के आदेशानुसार जन सुविधा को ध्यान में रखते हुए सरकारी नियमानुसार गाड़ी पकड़ने की बात थी. लेकिन जिस प्रकार से डिपो में घुस कर बसों को पकड़ा गया है, उससे लोगों को असुविधा हो रही है. दूसरी ओर प्राइवेट बस स्टैंड पर देवघर, दुमका, तारापुर आदि रूट में 30, 25 और 20 की जगह पांच, चार व तीन बसें चल रही हैं. गोड्डा के लिए रोज 30 से 35 फेरे की जगह केवल तीन से चार फेरे ही बस चल रही है.
सौ रुपये का टिकट 130 में. हंसडीहा जानेवाले नमीत जायसवाल से दो टिकट का 130 रुपये लिया गया, जबकि टिकट पर भाड़ा सौ रुपये ही लिखा गया था. नसीब अहमद को परिवार समेत बौंसी तक ही जाना था, लेकिन उनसे भी चार टिकटों पर 60 रुपये अधिक लिया गया. ऐसे कई पीड़ित यात्री अधिक भाड़ा देने के बावजूद खड़े होकर यात्रा करने को मजबूर थे.