भागलपुर: तमाम प्रयासों के बावजूद इस बार मतदाताओं को वोट करने के लिए शहर की ऊबड़-खाबड़ सड़कों से गुजरना पड़ेगा. यह स्थिति तब है जबकि जिलाधिकारी ने चुनाव से पूर्व शहर की सड़कों को चलनेयोग्य बनाने का निर्देश संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिया है. आदमपुर चौक से घंटाघर जानेवाला राधा रानी सिन्हा रोड जानलेवा बन गया है. इस होकर गुजरने का मतलब है हादसे का शिकार होना.
सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन जाने के कारण राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इस सड़क के रखरखाव की जिम्मेदारी नगर निगम की है. जानकारी रहने पर भी नगर निगम के अधिकारी इस सड़क की मरम्मत और रखरखाव के प्रति उदासीन बने हैं. यह तो एक मात्र उदाहरण है.
शहर की अधिकांश सड़कों की स्थिति ऐसी ही है. कहीं केबल बिछाने के नाम पर सड़क काट दी गयी है तो, कहीं नाली से निकाला गया कूड़ा-कचरा सड़क किनारे रख दिया गया है. ऐसे में वाहनचालकों के साथ-साथ पैदल राहगीरों को भी इन सड़कों से गुजरने में परेशानी का सामना करना पड़ता है. दूसरी ओर लोकसभा चुनाव को लेकर डीएम के निर्देश पर घूरनपीर बाबा चौक से तिलकामांझी चौक के बीच की सड़क को चलने लायक बनाने की बजाय नये सिरे से निर्माण शुरू करा दिया गया है. अब इस सड़क का चुनाव तक बन कर तैयार होना संभव नहीं है. वर्तमान में पीडब्ल्यूडी ने पुरानी सड़क को उखाड़ दिया है, जिससे गुजरना आसान नहीं रह गया है.