भागलपुर : सृजन महिला विकास समिति से मजबूती के साथ संबंध रखने वाले कई ओहदेदारों के पैसे शहर के कई बेशकीमती भूखंड पर लगे हुए हैं. शहर के आधे वैसे भूखंड, जिनकी कीमत करोड़ों में है, उनकी खरीद में सृजन समिति की राशि लगी हुई हैं. इतना ही नहीं, शहर के कई बड़े अपार्टमेंट और होटलों में भी इनका पैसा लगा हुआ है. सृजन से संबंध रखने वालों की लंबी सूची है, जिन्होंने सृजन के पैसे को देश में ही नहीं, विदेशों में भी लगाया है.
सृजन से संबंध रखे वाले हर दिन पैसे को आगे बढ़ाने में लगे हुए थे, लेकिन बीच में यह मामला उजागर हुआ, तो परत-दर-परत एक-एक कर मामलों का खुलासा होने लगा. शहर के कई बड़े कपड़े और टेलीविजन, फ्रिज सहित सभी सामान रखे जाते हैं. जब से इसकी जांच हुई है जब से ये नेता और रसूखदार लोग शहर ही नहीं, देश
शहर के बेशकीमती
छोड़ विदेश भागे हुए हैं, तो कुछ इसी जगह पर रह कर मामले को निबटाने की कोशिश में लगे हैं. भागलपुर से सबौर तक के एक सत्ता पक्ष के नेता ने करोड़ों रुपये की जमीन की खरीद की है. इतना ही नहीं, सृजन के पैसे को ही एक विवि में ठेकेदारी पर काम करने में भी लगाया गया था. सबौर के एक नेता ने तो देश के कोने-कोने में रुपये का व्यवसाय फैला रखा है.
सृजन के कार्यक्रम में कई मंत्री और प्रशासनिक अधिकारिरयों भी आते रहे : सृजन समिति के कार्यक्रम में कई बड़े लोग आते थे. इतना ही नहीं, कई मंत्री, सांसद, विधायक भी इस कार्यक्रम में शरीक होते थे. शहर के एक बड़े नेता से सृजन समिति में अच्छे संबंध रहे हैं, जिसका फायदा सभी लोग और उनके करीबी उठाते रहे हैं.
हर दिन इस जगह पर हर कोई आता-जाता रहता था. इस समिति की दुकान में रखे कई मंहगी साड़ी भी साथ ले जाते थे. एक साल पहले एक बड़े अधिकारी की पत्नी को महंगी साड़ी नहीं मिलने के मामले ने चर्चाओं का बाजार गरम कर दिया था. वे अधिकारी अभी जांच के काम में लगे हुए हैं.
बंशीधर ने उगले राज तो जांच की राह आसान
सैकड़ों करोड़ की सरकारी राशि की धोखाधड़ी का पता जिला प्रशासन को न चले इसको लेकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले भीखनपुर के बंशीधर को जब पुलिस ने गिरफ्तार किया, तो उसने कई राज उगले. इसके बाद अन्य लोगों की गिरफ्तारी और जांच में आसानी हुई. बंशीधर ही है, जिसे सृजन द्वारा फर्जी बैंक स्टेटमेंट और पासबुक अपडेट करने के लिए रखा गया था.
इसके लिए उसे प्रत्येक महीने सैलरी दी जाती थी. उसने पूछताछ के दौरान बताया कि किस तरह जिला प्रशासन से बैंक स्टेटमेंट की मांग होने पर वह लैपटॉप और प्रिंटर से फर्जी स्टेटमेंट निकालता था. पासबुक को फर्जी तरीके से अपडेट करने का काम भी बंशीधर ही किया करता था. उसने पूछताछ में बैंक, कलेक्टरेट और सृजन के उन पदाधिकारियों और कर्मियों के नाम बताये जो इस धोखाधड़ी में शामिल थे.
बंद हो सकते हैं कई बड़े प्रतिष्ठान
इस मामले के बाद शहर के लोगाें पर पुलिस नजर है. पुलिस महकमा इन इनकी गतिविधियों पर नजर रखा हुआ है. शुक्रवार को शहर में यह बात फैली कि पुलिस कई दुकानों को सील करेगी. इसको लेकर दुकानदारों में में बेचैनी छायी रही. अगर दुकान सील हुआ तो हमलोग कहां जायेंगे. वहीं शहर में कई ऑडी कार चलाने वाले शहर से बाहर चले गये हैं. जो लोग कल तक हर बात पर बयानबाजी करते थे, वे आज तक चुप हैं.