नवगछिया: कदवा ओपी थाना से महज सौ मीटर दूर आश्रम टोला में बांस के बिट्टा के पास दो मोटरसाइकिल से आये तीन अपराधियों ने ढोलबज्जा पंचायत के मुखिया सच्चिदानंद यादव के साले राजीव कुमार यादव की गोली मार कर हत्या कर दी. मृतक मधेपुरा जिला के बिहारीगंज थाना क्षेत्र के बभनगामा के रहने वाले हैं. अपराधियों ने राजीव को एक गोली छाती व एक पीठ पर मारी है. उसकी मौके पर ही मौत हो गयी थी. घटना के करीब तीन घंटे बाद स्थल पर पहुंची कदवा पुलिस शव को कब्जे में कर कदवा थाना ले गयी.
देर रात तक शव थाने पर ही रखा गया था. घटना के चश्मदीद मधेपुरा के फतेहपुर निवासी राहुल कुमार ने पुलिस को बताया कि वे लोग खैरपुर बाजार में एक नाश्ता के दुकान पर नाश्ता कर थे. इसी क्रम में राजीव के मोबाइल पर फोन आया, उसे आश्रम टोला कदवा बुलाया गया. आश्रम टोला कदवा में बंसविट्टा के पास डिसकवर से एक अपराधी व हीरो होंडा से दो अपराधी आये. हीरो होंडा पर बैठे दोनों अपराधी के हाथ में पिस्तौल था. दोनों ने बारी बारी से राजीव को गोली मारी और उसकी वहीं पर मौत हो गयी. इस बीच वह अपनी जान बचा कर भाग गया और अपराधी खैरपुर बाजार की ओर रवाना हो गये. राहुल का कहना है कि उसने अपराधी को देखा है लेकिन उसका नाम नहीं जानता है.
इधर, मुखिया सच्चिदानंद यादव ने कहा कि हत्या का कारण राजीव के गांव में ही चल रहा जमीन विवाद और आपसी दुश्मनी है. हत्या पेशेवर शूटरों से करवायी गयी है. सभी अपराधी कदवा के ही हैं. मुखिया ने कहा कि उसका साला राजीव 30 मार्च को उसके यहां आया था और तब से वह यहीं पर था. घटना के बीस मिनट पहले वे गांव में ही सड़क बनावाने का कार्य कर रहे थे उसी समय राजीव मेरे पास आया था और बोला कर उसे आश्रम टोला जाना है और वह आश्रम टोला चला गया फिर उसे गोली मार दिये जाने की सूचना मिली. कहा जा रहा है कि राजीव की पृष्ठभूमि आपराधिक रही है. पूर्णिया के भवानीपुर थाना क्षेत्र के सोनमा बलिया गांव में राजीव का ससुराल है उसी शादी महज तीन साल पहले ही हुई थी. देर रात तक पुलिस चश्मदीद मृतक का दोस्त राहुल और ग्रामीणों से हत्या और इसके कारणों का पता लगा रही थी. देर रात तक प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गयी थी. मालूम हो कि पिछले वर्ष से कदवा में हत्या दर हत्या का मामला थाना या उसके आस पास से सामने आ रही है लेकिन पुलिस इस पर अंकुश लगाने में पूरी तरह से विफल रही है.
मनोज यादव की हत्या कर चर्चा में आया था राजीव
कुख्यात राजीव यादव मधेपुरा जिला के बिहारीगंज प्रखंड के बभनगामा गांव का निवासी था. बभनगामा गांव में राजीव के पिता बालकृष्ण यादव ग्रामीण चिकित्सक हैं. राजीव करीब पांच साल पहले अपने ही पंचायत के मुखिया कार्तिक यादव के भाई मनोज यादव की हत्या कर अपराध की दुनियां में चर्चित हुआ था. इससे पूर्व छोटे-मोटे अपराधों को स्थानीय अपराधियों के सहयोग से अंजाम देता था. मनोज की हत्या के बाद जरायम की दुनिया में राजीव किसी बड़े अपराधी के रूप में उभर कर सामने आया था. वर्तमान लोकसभा चुनाव में एसपी आनंद कुमार सिंह ने उसकी आपराधिक पृष्ठ भूमि को देखते हुए जिला बदर किया था.
दियारा क्षेत्र में हुए राजीव की हत्या के बाद अपराधी गिरोहों के बीच वर्चस्व को लेकर मुठभेड़ होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है. मधेपुरा एसपी आनंद कुमार सिंह ने बताया कि दियारा क्षेत्र में पुलिस गतिविधि तेज कर दी गई है.