संबंधित विषय के रिक्त पद के विरुद्ध सेवानिवृत्त शिक्षकों की शिक्षा विभाग सेवा लेगा. इसके अलावा बीटेक, एमटेक करने वाले युवा को भी विजिटिंग फैकेल्टी के तौर पर रखकर पठन-पाठन की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी. उन्हें इसका मेहनताना भी दिया जायेगा.
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अब स्कूलों में भी होंगे गेस्ट फैकल्टी
भागलपुर : कॉलज व विश्वविद्यालय की तर्ज पर अब स्कूलों में भी गेस्ट फैकल्टी बच्चों का ज्ञानवर्द्धन करेंगे. इंटर परीक्षा के बदतर परिणाम के बाद शिक्षा विभाग की नींद टूटी है. वैसे विद्यालय जहां प्लस टू स्तर के शिक्षकों की कमी है वहां पद सृजन कर पदस्थापना की कार्रवाई की जायेगी. इन विद्यालयों में माध्यमिक […]
भागलपुर : कॉलज व विश्वविद्यालय की तर्ज पर अब स्कूलों में भी गेस्ट फैकल्टी बच्चों का ज्ञानवर्द्धन करेंगे. इंटर परीक्षा के बदतर परिणाम के बाद शिक्षा विभाग की नींद टूटी है. वैसे विद्यालय जहां प्लस टू स्तर के शिक्षकों की कमी है वहां पद सृजन कर पदस्थापना की कार्रवाई की जायेगी. इन विद्यालयों में माध्यमिक स्तर के योग्य शिक्षकों से ही प्लस टू स्तर के पठन-पाठन की व्यवस्था की जायेगी.
संबंधित विषय के रिक्त पद के विरुद्ध सेवानिवृत्त शिक्षकों की शिक्षा विभाग सेवा लेगा. इसके अलावा बीटेक, एमटेक करने वाले युवा को भी विजिटिंग फैकेल्टी के तौर पर रखकर पठन-पाठन की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी. उन्हें इसका मेहनताना भी दिया जायेगा.
सेंटअप एग्जाम के बाद ब्रीज कोर्स: माध्यमिक व उच्च माध्यमिक सेंटअप एग्जाम के बाद विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम का विश्लेषण किया जायेगा कि कौन विद्यार्थी किस विषय में कमजोर है. उन विद्यार्थियों को चिह्नित कर उन स्पेशल कोर्स की व्यवस्था की जाय.
नहीं चलेगी फकैती, शिक्षक होंगे जिम्मेवार
शिक्षकों की अब फकैती नहीं चलेगी. प्रखंड अंतर्गत अवस्थित माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों के निरीक्षण का दायित्व संबंधित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को दी गयी है. जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी माध्यमिक एवं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि निर्धारित समय तालिका के अनुसार विद्यालय संचालित हो रहा है या नहीं. निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार पाठ्यक्रम पूरा कराया जाय. इसके लिए विद्यालय के संबंधित शिक्षक व प्रधानाध्यापक को जिम्मेवार बनाया जाये.
लाइब्रेरी को बनायेंगे लाभदायक
विद्यालय में पुस्तकालय में संधारित पुस्तकों को बच्चों के बीच अधिकाधिक उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जायेगी.गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं समय सीमा के अंदर पाठ्यक्रम पूरा करने की जवाबदेही जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी माध्यमिक शिक्षा की होगी.
प्रयोगशाला होंगे आबाद
माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा संचालन में शिक्षण सामग्री जैसे ग्लोब, कंकाल, मॉडल आदि की सभी विद्यालयों में समुचित मात्रा में उपलब्धता बनायी जायेगी. विषयवार सामग्रियों का प्रदर्शन एवं रुचिकर अध्यापन प्रयोगशाला का नियमित उपयोग बच्चों द्वारा करवाया जायेगा ताकि बच्चों का विज्ञान के प्रति रुचि बढ़े एवं पाठ समझने में सुविधा हो. इसके लिए प्रधानाध्यापक को जिम्मेवार बनाया जायेगा.
शिक्षक से अधिकारी तक होंगे जवाबदेह
डीइओ चंद्रमोहन मिश्र ने बताया कि शिक्षा के स्तर में सुधार हेतु शार्ट टर्म प्लान (तीन माह) के अंदर एवं लांग टर्म प्लान (अवधि एक वर्ष से अधिक) तैयार किया गया है. इसे अमलीजामा पहनाने का कार्य शुरू कर दिया गया है. अब शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों व अधिकारी जवाबदेह होंगे.
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