भागलपुर : बिहार के भागलपुर जिले से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आ रही है. जिले के सन्हौला क्षेत्र में रहने वाले एक युवक को विषैले सांप ने काट लिया. उसके बाद उसे गंभीर अवस्था में मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल में भर्ती कराया गया. उसी स्थिति लगातार गंभीर होती जा रही थी. डॉक्टरों ने तत्काल उसके खून की जांच करायी. उसके बाद उसे लगातार 48 वायल इंजेक्शन दिया और उसकी जान बचा ली. अस्पताल के अधीक्षक डॉ आरसी मंडल ने मीडिया को बताया कि सांप के काटने के बाद युवक की मांसपेशी में जकड़ने आने लगी थी, उसे सांस लेने में काफी तकलीफ महसूस हो रही थी. बाद में उसके खून की जांच के बाद डॉक्टरों ने आप से सलाह कर उसे चिकित्सीय फैसले के तहत 48 वायल इंजेक्शन दिया गया. युवक अभी ठीक है और उसे आइसीयू में रखा गया है.
बच गयी जिंदगी
किसी को सांप ने काटा हो और उसे लगातार 48 इंजेक्शन देने पड़े, तो उसकी स्थिति का अंदाजा लगा सकते हैं. डॉक्टरों ने इसलिए युवक के खून की जांच करायी और उसके बाद उसे इंजेक्शन दिया. बताया जा रहा है कि एंटी स्नैक की हजार वायल की नयी खेप अस्पताल में मौजूद थी. अस्पताल में मात्र दो सौ वायल ही बचे थे. इनमें से 48 वायल इंजेक्शन शोएब को दे दिये गये. जान बच जाने की चर्चा पूरे भागलपुर में हो रही है.
सांप काटने पर क्या करें
हर सांप जहरीला नहीं होता है, इस लिए सांप काटने पर पीड़ित व्यक्ति को सर्वप्रथम पहले सीधा लिटा देना चाहिए और उसे ढांढस बंधाना चाहिए, जिससे उसका मन शांत रह सके. यदि पीड़ित को अस्पताल ले जाने में विलंब हो तो सबसे पहले पीड़ित व्यक्ति के शरीर से जूते, अंगूठी, कड़ा, कंगन, पायल आदि चीजें उतार देनी चाहिए. क्योंकि, जहर के फैलने पर हाथ-पैरों में सूजन हो सकती है और शरीर के उस हिस्से का रक्त प्रवाह बाधित हो सकता है. सांप के कांटे गये स्थान को साफ करके और यदि काटा गया भाग हाथ या पैर है तो लकड़ी के खपच्चियों के सहारे बांध दें. ताकि, पीड़ित व्यक्ति उस अंग को बार- बार मोड़ नहीं सके और शरी में विष न फैल सके. सांप के काटे गये स्थान पर ब्लेड या चाकू से काट कर घाव को खोलने की कोशिश न करें और न ही मुंह से चूस कर जहर निकालने का प्रयत्न करें. ऐसा करना सामनेवाले के लिए भी घात हो सकता है. सांप द्वारा काटे गये जगह के आसपास बहुत कस कर पट्टी न बांधे और न ही पीड़ित व्यक्ति को चाय, कॉफी या फिर कोई नशीली वस्तु पिलाने का प्रयत्न न करें
जड़ी-बूटी के चक्कर में ना पड़ें
सांप के काटने पर न ही पीड़ित व्यक्ति को दर्द से तड़पता देख उसे अपने से कोई दवा विशेष एस्प्रिन वगैरह कदापि न दें, न ही कोई दादी-नाली का नुस्खा उस पर आजमायें जख्म पर पट्टी बांध दे, पट्टी के लिए पेड़ की छाल, अखबार का टुकड़ा, स्पीलिंग बैग का इस्तेमाल करें, मरीज को बिल्कुल चलने न दें. क्योंकि, मांसपेशियों की रगड़ से जहर शरीर में तेजी से फैलने का डर रहता है. सांप के काटने पर झाड़-फूंक व जड़ी-बूटी आदि द्वारा इलाज के चक्कर में समय न गवाएं. क्योंकि, सर्पदंश के मामले में एक क्षण की भी देरी पीड़ित के लिए मौत का सबब बन सकती है.
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