जगदीशपुर : गोनूधाम मंदिर के दो सौ मीटर की दूरी पर एक पुलिया में हुए बम विस्फोट के बाद क्षेत्र में दशहत का माहौल बना है. लोग इस बात से आशंकित है कि कही यह बम विस्फोट किसी बड़े अपराधिक संघर्ष की शुरुआत तो नहीं है. गोनूधाम से सटे दोस्तनी, तरडीहा इलाकों में खेतों से अवैध बालू और मिट्टी का कारोबार चल रहा है.
यह कारोबार इलाके में सक्रिय अपराधियों के लिए पैसा कमाई का एक प्रमुख साधन है. आये दिन लगातार मिल रहे बमों और बम विस्फोट व अपराधिक वारदातों से गोनूधाम, मकससपुर, मनमोधाचक, कोयली, करमपुर, चकफतमा का इलाका क्राइम जोन के रूप में जाना जाने लगा है. अपराधिक गतिविधियों से गोनूधाम को पर्यटन स्थल के रूप मे विकसित करने की पहल हुई, तो गोनूबाबा धार्मिक न्यास समिति ने यहां एक पुलिस ओपी खुलवाने की मांग की थी. पुलिस ओपी को लेकर वरीय अधिकारियों के द्वारा भी सार्थक पहल की गयी, लेकिन यह ठंडे बस्ते में चली गयी. इलाके के लोगों का कहना है कि यदि यहां एक स्थायी पुलिस चौकी की व्यवस्था हो जाती है,
तो अपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लग जायेगा. इधर बुधवार को हुए बमकांड के कारणों का खुलासा पुलिस अबतक नहीं कर पायी है. बालू, मिट्टी के अतिरक्ति बमकांड के पीछे प्लाटिंग का कारोबार भी माना जा रहा है. टुट्टा पुल से गोनूधाम तक बने इस नवनिर्मित सड़क के किनारे वास्तु विहार के फेज-2 का काम चल रहा है. वास्तु विहार के कारण इस रोड के किनारे की जमीन की कीमत आसमान छू रही है. यह भी कहा जा रहा है कि प्लाटिंग स्पर्धा के कारण साजिश के तहत पुलिया में बम छिपाया गया था, जो फट गया. थानाध्यक्ष नीरज कुमार तिवारी ने बताया कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है तथा विस्फोट के प्रत्येक बिंदुओं पर जांच की जा रही है.