सम्मेलन. तीन दिवसीय शिक्षा बचाओ सम्मेलन शुरू
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एक समान शिक्षा के लिए मजबूत संघर्ष हो: प्रो अनिल
सम्मेलन. तीन दिवसीय शिक्षा बचाओ सम्मेलन शुरू बेगूसराय/मटिहानी : आज शिक्षा की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है.शिक्षा को कुछ ही लोगों तक सीमित रखने की पुरानी नीति को आज भी आजाद भारत के जनतांत्रिक व्यवस्था में जारी रखना लोगों के शिक्षा के अधिकार और आजादी पर हमला है. एक समान शिक्षा के […]
बेगूसराय/मटिहानी : आज शिक्षा की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है.शिक्षा को कुछ ही लोगों तक सीमित रखने की पुरानी नीति को आज भी आजाद भारत के जनतांत्रिक व्यवस्था में जारी रखना लोगों के शिक्षा के अधिकार और आजादी पर हमला है. एक समान शिक्षा के लिए मजबूत संघर्ष करने की जरूरत है. उक्त बातें विप्लवी पुस्तकालय के प्रांगण में शिक्षा बचाओ सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता शिक्षाविद प्रो अनिल सदगोपाल ने कहीं. उन्होंने कहा कि आज भगत सिंह के विचारों को आत्मसात करने की जरूरत है. तभी हम शिक्षा को बचाने में कामयाब हो पायेंगे. उन्होंने कहा कि जब से वैश्वीकरण की घोषणा हुई है.
इन 36 सालों में युवाओं के लिए रोजगार पैदा नहीं हुआ. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि नवउदारवादी व्यवस्था में रोजगार पैदा करने की ताकत नहीं है. दिल्ली विश्वविद्यालय की पूर्व सह सदस्य प्रो मधु प्रसाद ने कहा कि शिक्षा को बचाने के लिए यह एक नयी शुरुआत है. उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल परीक्षाओं को पास करने का नहीं है और न केवल रोजगार पाने का साधन मात्र है. शिक्षा के द्वारा हमें सोचने व समझने की शक्ति मिलती है. डॉ ए हई ने कहा कि मनुष्य के जीवन में सबसे बड़ी दौलत शिक्षा है. पत्रकार सुंधाशु रंजन ने कहा कि शिक्षा को बचाने के लिए जो यह प्रयास शुरू किया गया है. यह सिर्फ गोदरगावां तक ही नहीं वरन दिल्ली तक इसकी आवाज पहुंचनी चाहिए. उन्होंने कहा कि शिक्षा से ही समाज में बदलाव आ सकता है. शिक्षा को समान बनाने की जरूरत है. समाजशास्त्री प्रो हेतुकर झा ने कहा कि सैलरी का युग चला गया. अब पैकेज का युग आ गया है. ऐसे में शिक्षा को बचाने के लिए जोरदार आवाज उठानी होगी. शिक्षा बचाओ सम्मेलन की अध्यक्षता अखिल भारतीय शिक्षा अधिकार मंच के अध्यक्ष मंडल सदस्य प्रो वसी अहमद एवं संचालन नवेंद्र प्रियदर्शी ने किया. आगत अतिथियों का स्वागत प्रलेस के राष्ट्रीय महासचिव व इस आयोजन के सूत्रधार राजेंद्र राजन ने किया . सम्मेलन में बिहार प्रलेस के महासचिव प्रो रवींद्रनाथ राय, साहित्यकार नंद किशोर नंदन, डॉ अनिल कुमार ठाकुर, डॉ सत्यजीत,सुदामा गोस्वामी समेत अन्य लोगों ने संबोधित किया. इस आयोजन में पुस्तकालय सचिव आनंद प्रसाद सिंह, पूर्व विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह,अमरनाथ सिंह, अनिल पतंग,विष्णुदेव सिंह,मनोरंजन विप्लवी, जितेंद्र कुमार सिंह, मुखिया विनोद तांती,रामबहादूर यादव, रमेश सिंह समेत अन्य लोग उपस्थित थे. इससे पूर्व पुस्तकालय प्रांगण से शिक्षा बचाओ मार्च निकाला गया. जिसमें बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे. इस मौके पर साहित्यकारों के द्वारा हांक पत्रिका का विमोचन किया गया.
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