बीहट : पिछले एक माह से सिमरिया गंगा तट पर कल्पवासियों समेत अन्य श्रद्धालुओं से गुलजार बना हुआ था. संक्रांति समाप्त होते ही कल्पवासी वापस लौटने लगे हैं. मिथिला की दक्षिणी सीमा पर स्थित बेगूसराय जिले के सिमरिया के उत्तरायणी गंगा तट पर कार्तिक महीने में हर साल सवा महीने तक चलने वाले कल्पवास मेले के दौरान तपोभूमि सदृश दिखता सिमरिया घाट पर संक्रांति के स्नान के बाद सब कुछ थम सा गया है.श्रद्धालु अब अपना-अपना सामान समेटने लगे हैं. वहीं कुछ खालसाओं के कल्पवासी घर की ओर प्रस्थान भी करना शुरू कर दिया है.
कई खालसाओं के संत- महात्माओं ने कहा कि अगले साल का कल्पवास और कुंभ का स्नान का संयोग ऐतिहासिक होगा.संक्रांति को लेकर गंगा स्नान करने के लिए सिमरिया गंगा तट पर भारी
भीड़ देखी गयी. पूरे उत्साह व अगले साल फिर मां गंगा के तट पर आने के साथ ही लोगों ने गंगा में डूबकी लगाकर प्रस्थान किया.