गड़बड़ी. जिले में साइबर क्राइम की वारदात बढ़ी, अब तक सैकड़ों लोग हो चुके हैं शिकार
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रहें सावधान, नहीं तो खाता खाली
गड़बड़ी. जिले में साइबर क्राइम की वारदात बढ़ी, अब तक सैकड़ों लोग हो चुके हैं शिकार बेगूसराय/नीमाचांदपुरा : जी हां! अगर आपके मोबाइल पर अनजान नंबर से फोन आ रहे हैं और आपके नंबर पर बड़ी लॉटरी निकलने का प्रलोभन दिया जा रहा है तो जरा सावधान हो जाएं, क्योंकि आपकी जरा सी असावधानी से […]
बेगूसराय/नीमाचांदपुरा : जी हां! अगर आपके मोबाइल पर अनजान नंबर से फोन आ रहे हैं और आपके नंबर पर बड़ी लॉटरी निकलने का प्रलोभन दिया जा रहा है तो जरा सावधान हो जाएं, क्योंकि आपकी जरा सी असावधानी से आपको अच्छी खासी चपत लग सकती है. दरअसल आज कल कुछ शातिर ठग मोबाइल के जरिये भोली-भाली जनता को आसानी से बेवकूफ बनाकर उनके मेहनत की कमाई पर हाथ साफ कर रहे हैं. कई बार तो अनजान फोन रिसीव करने मात्र से ही मोबाइल का सारा बैलेंस कट जाने की बातें सामने आ रही हैं.
इस तरीके से दिया जाता है ठगी को अंजाम : मोबाइल के जरिये अपने कारनामे को अंजाम देने वाले ये ठग अपने धंधे में काफी माहिर होते हैं. सर्वप्रथम ये स्वयं को कंपनी का आदमी बता कर मोबाइल उपभोक्ता की सारी व्यक्तिगत जानकारियां हासिल कर लेते हैं. तत्पश्चात उन्हें आकर्षक ऑफर का लाभ देकर उनसे बताये गये नंबर पर रिचार्ज करवाने को बोला जाता है या फिर अपने ऑफर की प्राप्ति के लिए बैंक एकाउंट के जरिये निर्धारित रकम हस्तांतरित करने को कहा जाता है.
मसलन किसी को बताया जाता है कि आपके नंबर पर दस लाख की लॉटरी लगी है उसे पाने के लिए अपने बैंक एकाउंट नंबर के साथ अन्य सभी जानकारियां दें. यदि आगे वाले झांसे में आ गये तो उसे जीती गयी रकम की प्राप्ति के लिए टोकन मनी के तौर पर कुछ रकम जमा करवाने को कहा जाता है. इधर अगली पार्टी ने रकम भेजी नहीं कि सामने वाले का मोबाइल बंद मिलना प्रारंभ हो जाता है.
कई बार मोबाइल उपभोक्ताओं को अनजान नंबर से फोन कर बताया जाता है कि आप दिये गये नंबर पर पर बतायी गयी रकम का रिचार्ज करवायें तो आपको चुकायी गयी रकम का कई गुना टॉकटाइम ऑफर के तौर पर प्राप्त होगा. परंतु बताये गये नंबर पर रिचार्ज करवाये जाने के बाद भी जब मोबाइल उपभोक्ता को कोई ऑफर प्राप्त नहीं होता तब जाकर उन्हें अपने ठगे जाने का एहसास होता है.
शातिर ठग मोबाइल के जरिये लोगों को बना रहे निशाना
जिम्मेवारी से बचती है मोबाइल कंपनियां
इस प्रकार की ठगी के अनेक मामले में मोबाइल कंपनियां अपनी जिम्मेवारी से बचती नजर आती है. यही कारण है कि इस तरह की घटना के बाद संबंधित मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी के कॉल सेंटर पर फोन लगाये जाने पर सिर्फ यही सुनने को मिलता है कि इस प्रकार का कोई ऑफर कंपनी द्वारा नहीं दिया जा रहा. एहतियात के तौर पर आप डीएनडी सेवा का लाभ ले सकते हैं. ऐसी परिस्थिति में ठगी का शिकार व्यक्ति के लिए कोई चारा नहीं बचता.
कई मोबाइल उपभोक्ता हो चुके हैं ठगी के शिकार
जानकारी के अनुसार तीन माह पूर्व सदर प्रखंड के कल्याण पदाधिकारी पंकज कुमार के मोबाइल पर शातिर ने अपने को बैंक मैनेजर बता कर 44 हजार रुपये उनके एकाउंट से उड़ा लिया था. कुछ महीनों पूर्व नीमा निवासी रामनंदन चौधरी से कुछ इसी अंदाज में बातें कर साइबर क्राइम से जुड़े बदमाशों ने उनके खाते से चार हजार रुपये उड़ा लिया था. जिले में कई मोबाइल उपभोक्ता अब तक इनके ठगी का शिकार हो चुके हैं. जिनकी रिपोर्ट विभिन्न थाने में दर्ज हैं. आये दिन किसी न किसी के मोबाइल पर इस तरह के कॉल आते ही रहते हैं और गाहे-बगाहे कोई न कोई इनका शिकार बन जाता है.
चलाया जा रहा है जागरूकता अभियान
अनजान नंबर से मोबाइल पर कोई एटीएम, आधार नंबर, खाता नंबर आदि की मांग करते हैं, किसी भी कीमत पर नहीं देना चाहिए. साथ ही नजदीक के पुलिस स्टेशन में जाकर इसकी सूचना देनी चाहिए. जिले में साइबर अपराध पर अंकुश के लिए पुलिस द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जाता है.
राजेश कुमार, एसडीपीओ, बेगूसराय
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