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अनदेखी. अर्जी तक सिमटी जमानत रद्द करवाने की कवायद

नीमाचांदपुरा : पुलिस के लिए सिरदर्द बने पेशेवर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए बेगूसराय पुलिस महकमा ने दुर्दांत अपराधियों की जमानत रद्द करने की योजना बनायी थी. वर्ष 2013 में बेगूसराय पुलिस ने जिले के 14 दुर्दांत अपराधियों की जमानत रद्द करने की अर्जी उच्च न्यायालय, पटना से की थी. परंतु पुलिस की यह […]

नीमाचांदपुरा : पुलिस के लिए सिरदर्द बने पेशेवर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए बेगूसराय पुलिस महकमा ने दुर्दांत अपराधियों की जमानत रद्द करने की योजना बनायी थी. वर्ष 2013 में बेगूसराय पुलिस ने जिले के 14 दुर्दांत अपराधियों की जमानत रद्द करने की अर्जी उच्च न्यायालय, पटना से की थी. परंतु पुलिस की यह फाइल मुकाम पाने से पहले ही बंद हो गयी

मामले में चाहे पुलिस की लेंडिंग प्रक्रिया का दोष हो या फिर सरकार के लोक अभियोजक की उदासीनता की वजह. नतीजा है कि आज दुर्दांत अपराधी जमानत पर जेल से बाहर आकर ताबड़तोड़ आपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस को खुली चुनौती दे रहे हैं. अगर समय रहते पुलिस चिह्नित किये गये अपराधियों की जमानत रद्द करवाती, तो खाकी को यह दुर्दिन देखना नहीं पडता.

इनकी जमानत रद्द करने को दी गयी थी अर्जी :पुलिस महकमा से मिली जानकारी के अनुसार भगवानपुर तियाय थाना क्षेत्र स्थित पालीडीह निवासी राकेश उर्फ बिहारी पासवान, बछवाड़ा थाना स्थित हादीपुर निवासी सोनू कुमार, नावकोठी थाने के पहसारा निवासी अजीत सिंह, मुफस्सिल थाना के महारथपुर गांव निवासी बुल्लू सिंह, बरौनी चकिया थाने के मल्हीपुर, विशनुपुर निवासी अजीत कुमार सिंह उर्फ शूटरबा उर्फ शूटर उर्फ लोलवा, मुफस्सिल थाना कैथमा निवासी कैला सिंह उर्फ राजेश सिंह उर्फ सरदार,
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के ही धबौली, लक्ष्मीपुर निवासी धर्मेंद्र कुमार यादव उर्फ धर्मा यादव उर्फ धारो यादव, नगर थाना स्थित लोहियानगर के छोटिया सहनी, मुफस्सिल थाने के शाहपुर के रवि झा उर्फ रविया, नगर थाने के रतनपुर निवासी रामभरोसी सिंह, नावकोठी थाना क्षेत्र स्थित पहसारा निवासी अजय सिंह,नगर थाना क्षेत्र के रतनपुर के चंचल सिंह, मुफस्सिल थाना के कैथमा निवासी सुनील सिंह उर्फ बुच्चन सिंह एवं चेरियाबरियारपुर थाना क्षेत्र के कुंभी निवासी नागमणि महतो की जमानत रद्द करने की अर्जी दी गयी थी.
जमानत रद्द होने की वजह :पुलिस सूत्रों की मानें तो दुर्दांत अपराधी जेल से निकलते ही आपराधिक घटनाओं को पुन: अंजाम देने लगते हैं. इसको लेकर पुलिस ने कड़ा रूख अख्तियार करते हुए उसकी जमानत को ही रद्द करने की अर्जी माननीय उच्च न्यायालय से की जाती है.
दोहरी हत्या के बाद फाइल ढूंढ रही पुलिस:विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि बीते 15 अक्तूबर की रात एफसीआइ ओपी स्थित बीहट सुदी स्थान में अपराधियों ने घर में घुसकर दादा राजेंद्र ठाकुर (68) और पोता नकुल ठाकुर (22) की गोली मारकर हत्या कर दी.
दिल दहलाने वाली इस घटना के बाद पुलिस इस वारदात में आरोपित बनाये गये कुख्यात अजीत उर्फ शूटरवा पर दर्ज मामले की फाइल ढूंढ़ने में जुटी है. बताया जाता है कि शूटरवा की गिरफ्तारी के बाद अन्य मामलों में मिली जमानतों को रद्द करवायी जायेगी. ज्ञात हो की कुख्यात अजीत सिंह उर्फ शूटरवा पर पूर्व में सीसीए भी लगायी गयी थी. चर्चा है कि अगर पुलिस संजीदगी के साथ जमानत रद्द करवाती तो दादा-पोते की जान नहीं जाती.
अपराधियों पर है नजर
जमानत पर जेल से बाहर आने वाले कुख्यात अपराधियों पर पैनी नजर रखने का निर्देश दिया गया है. ऐसे अपराधियों की जमानत रद्द करवाने की प्रक्रिया अपनाने की तैयारी में एक बार फिर महकमा जुट गया है.
रंजीत कुमार मिश्र, एसपी, बेगूसराय

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