अनदेखी. प्रशासन की लचर व्यवस्था के चलते सड़क को ही बनाते हैं पार्किंग
शहर में मॉल व बड़े-बड़े प्रतिष्ठान खुलने का सिलसिला लगातार जारी है. आलीशन भवन बनाकर मॉल चलाने वालों को इसे किराये पर तो दे दिया जाता है लेकिन भवन बनाने के समय पार्किंग का ख्याल नहीं रखा जाता. सुबह से लेकर देर शाम तक जो भी लोग खरीदारी करने आते हैं ,वे अपना वाहन सड़क के किनारे लगा देते हैं. उस पर भी मॉल के समीप कई प्रकार के खाने-पीने वाले सामान की बिक्री के लिए दर्जनों ठेला लगा दिया जाता है, जिससे स्थिति और भी भयावह हो जाती है.
शहर में खुल रहे मॉल के लिए न कोई नियम, न कानून
प्रतिदिन हलकान होते हैं आने-जाने वाले लोग
शहर के कई मार्गों पर इस तरह की समस्या धारण कर रहा विकराल रूप
बेगूसराय(नगर) : बेगूसराय शहर में मॉल व बड़े-बड़े प्रतिष्ठान खुलने का सिलसिला लगातार जारी है. प्रतिष्ठान व मॉल का खुलना किसी जिले के लिए बेहतर है लेकिन इन प्रतिष्ठानों व मॉल को चालू करने को लेकर कुछ नियम व कानून भी हैं .लेकिन इन नियमों व कानूनों की धज्जियां उड़ाते हुए आये दिन शहर में इस तरह के मॉल व प्रतिष्ठान जिला प्रशासन व निगम प्रशासन के सामने संचालित किये जा रहे हैं लेकिन इसकी सुधि लेने के लिए प्रशासन के पास वक्त नहीं है. नतीजा है कि इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है.
सड़क को ही बनाया जा रहा है पार्किंग जोन : बेगूसराय नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत कचहरी रोड हो या फिर मुंगेरीगंज की तरफ से होकर मेन रोड तक पहुंचने वाली सड़क हो. इन जगहों पर आजकल बड़े-बड़े प्रतिष्ठान व मॉल का संचालन किया जा रहा है. आलीशन भवन बनाकर मॉल चलाने वालों को इसे किराये पर तो दे दिया जाता है लेकिन भवन बनाने के समय वे पार्किंग का ख्याल नहीं रख पाते हैं. इन विशाल भवनों के बनाने के लिए निगम से स्वीकृति ली गयी है या नहीं यह तो जांच का विषय है लेकिन इन दिनों इस तरह की समस्याओं से लोग जूझ रहे हैं.
शहर में जितने भी मॉल संचालित हैं उनके पास कोई पार्किंग की व्यवस्था नहीं है. नतीजा होता है कि सुबह से लेकर देर शाम तक जितने भी लोग खरीदारी के लिए छोटे-बड़े वाहनों पर सवार होकर आते हैं वो अपनी वाहनों को सड़क के किनारे या फिर सड़क पर ही लगा देते हैं. जिससे आवागमन की बड़ी समस्या उभर कर सामने आती है. अभी हाल ही में शहर के मुंगेरीगंज रोड में एक मॉल खोला गया है, जिसको लेकर पूरे दिन महाजाम का नजारा इस रोड में बना रहता है. कोई पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से सड़कों पर ही आने वाले लोग अपना वाहन खड़ा कर देते हैं.
सबसे गंभीर स्थिति शाम के समय होती है. शहर का कचहरी रोड हो या फिर अन्य मार्गों पर संचालित होने वाले बड़े प्रतिष्ठान, मॉल के समीप कई प्रकार के खाने-पीने वाले सामान की बिक्री के लिए दर्जनों ठेला लगा दिया जाता है, जिससे स्थिति और भी भयावह हो जाती है. सबसे ताज्जूब की बात यह है कि प्रतिदिन इस तरह की समस्या जिला प्रशासन और निगम प्रशासन के सामने हो रहा है. इन रास्तों से सायरन बजाती प्रशासन की गाड़ियां भी गुजरती है लेकिन उनका ध्यान इस ओर नहीं जा पाता है.
मॉल में डीजे के शोर से मोहल्लावासी होते हैं परेशान : अभी शहर में जो भी मॉल संचालित हो रहे हैं,
उसमें बड़े-बड़े साउंड रख कर डीजे बजाने की होड़ मची हुई है. डीजे बजा कर ग्राहकों को इन मॉल संचालकों के द्वारा अपनी तरफ आकर्षित तो कर लिया जाता है लेकिन उन्हें यह नहीं पता होता है बजने वाले डीजे की शोर जो सुबह से लेकर देर रात तक चलता रहता है. इसका क्या असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ता है. डीजे की शोर से मोहल्लेवासी न तो ठीक से सो पाते हैं और न ही बातें कर पाते हैं. सबसे अधिक परेशानी बच्चों को होती है. ये बच्चे ठीक से शाम में अपने घरों में पढ़ाई भी नहीं कर पाते हैं.
शिकायत करने के बाद भी नहीं हो रहा है समस्या का समाधान :इस समस्या को लेकर स्थानीय लोगों ने मौखिक रूप से कई अधिकारियों को भी सूचना दी . स्थानीय पार्षद का भी ध्यान आकृष्ट कराया गया. इसके बाद भी इस समस्या से लोगों को निजात नहीं मिल पा रहा है.अगर शीघ्र इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो आने वाले समय में इस समस्या को लेकर इन वार्डों के लोग आंदोलन भी कर सकते हैं वार्ड के लोग आंदोलन के लिए रूपरेखा बनाने में जुटे हैं.
शहर के बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों को यह बात समझ में नहीं आ रही है कि बेगूसराय नगर निगम के द्वारा बिना पार्किंग दिये कैसे नक्शा पास कराया गया.
बड़े भवन बनाने के दौरान पार्किंग के लिए जगह छोड़ने का सख्त निर्देश दिया जाता है. इसकी जांच करायी जायेगी अगर किसी ने इसकी अनदेखी की होगी तो वैसे लोगों पर बेगूसराय नगर निगम कार्रवाई करने से नहीं चुकेगी.
अरविंद पासवान,नगर आयुक्त,बेगूसराय नगर निगम