एनएच 31 को लोगों ने किया जाम
स्वर्ण व्यवसायियों के एनएच 31 जाम में फंसे वाहन, प्रदर्शन करते व्यवसायी.
एक्साइज टैक्स बढ़ाये जाने को लेकर लंबे समय से जिले के स्वर्ण व्यवसायी अपनी-अपनी दुकानों व कारोबार को ठप कर आंदोलन चला रहे हैं. इसी कड़ी में सोमवार को जिला बुलियन एसोसिएशन के नेतृत्व में संपूर्ण बेगूसराय जिले के स्वर्ण व्यवसायियों ने एनएच 31 को बेगूसराय शहर में जाम कर दिया, जिससे घंटों आवागमन ठप रहा.
घंटों आवागमन रहा ठप एनएच पर लगी वाहनों की लंबी कतार
लोगों को आवागमन में हुई परेशानी
बेगूसराय (नगर) : पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत स्वर्ण व्यवसायियों ने एक्साइज टैक्स बढ़ाने के विरोध में हाथों में तख्ती व बैनर के साथ मेन रोड से जुलूस की शक्ल में निकल कर एनएच 31 पर पहुंच कर धरने पर बैठ गये. इस दौरान केंद्र सरकार के विरोध में व्यवसायियों ने जम कर अावाज बुलंद की. व्यवसायियों ने साफ शब्दों में कह दिया कि बढ़े हुए एक्साइज टैक्स को जब तक वापस सरकार के द्वारा नहीं लिया जाता है,
तब तक हमलोग अपने कारोबार को ठप रखेंगे. इस मौके पर पूर्व मेयर व खड़ग नारायण आलोक कुमार ज्वेलर्स के आलोक कुमार अग्रवाल ने कहा कि जेवर के निर्माण पर एक्साइज टैक्स भाजपा की केंद्र सरकार का काला कानून है. यह इंस्पेक्टर राज को कायम करना है. यह उत्पीड़न व वसूली करनेवाला कानून है. श्री अग्रवाल ने कहा कि सोने के एक जेवर बनाने में उसे दुकानदार से लेकर कई कारीगरों के हाथों गुजरना पड़ता है. सोना गलाने का एक अलग कारीगर होता है. उस सोने का पत्तर एवं तार बनाने का अलग कारीगर होता है.
इस कानून से तो कारीगर और दुकानदार रजिस्टर और वाउचर में मकड़जाल में फंस जायेगा. उससे जेवर के निर्माण और व्यापार करने की फुरसत ही कहां मिल पायेगी. श्री अग्रवाल ने कहा कि एक तो सरकार अपने नागरिकों को रोजगार नहीं दे पाती है और जो खुद अपनी रोजी-रोटी कमाने के लिए कारीगरी करते हैं. उस पर बंदिश लगाने का काम किया जा रहा है.
उन्होंने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यह सब केंद्र सरकार कॉरपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने और छोटे कारीगरों एवं दुकानदारों को रोजी-रोटी छिन कर बड़े-बड़े कॉरपोरेट घरानों को देने का सोच रहा है ताकि वे विदेशों से मशीन से बने जेवर लाकर उसका व्यापार कर सके. स्वर्ण व्यवसायियों के सड़क जाम को लेकर सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गयीं. इस दौरान आवागमन करनेवाले लोग हलकान रहे.