27.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

समस्याओं के मकड़जाल में उलझा हुआ है बेगूसराय नगर निगम

जलनिकासी की समस्या निगम के अधिसंख्य क्षेत्रों के लिए बनी हुई है सिरदर्द, नये मेयर से लोगों को है विकास की अपेक्षा बेगूसराय (नगर) : 45 वार्डों वाला बेगूसराय नगर निगम कई प्रकार की समस्याओं से जूझ रहा है. नतीजा है कि यह समस्या कभी-कभी बेगूसराय शहर के लोगों के लिए विकराल रूप धारण कर […]

जलनिकासी की समस्या निगम के अधिसंख्य क्षेत्रों के लिए बनी हुई है सिरदर्द, नये मेयर से लोगों को है विकास की अपेक्षा

बेगूसराय (नगर) : 45 वार्डों वाला बेगूसराय नगर निगम कई प्रकार की समस्याओं से जूझ रहा है. नतीजा है कि यह समस्या कभी-कभी बेगूसराय शहर के लोगों के लिए विकराल रूप धारण कर लेता है. 10 पंचायतों को काट कर बेगूसराय निगम में शामिल तो कर दिया गया लेकिन इन पंचायतों में आज भी विकास की किरण लोगों की अपेक्षा के अनुसार नहीं पहुंच पायी है. आज भी स्थिति इन वार्डों की यह है कि यहां के लोग अब भी नहीं समझ पा रहे हैं कि वो निगम में हैं या पंचायत में. निगम की सुविधा के नाम पर इन वार्डों में महज खानापूर्ति की गयी है.
संतोषप्रद नहीं है बुडको का कार्य :शहरी क्षेत्र को चकाचक करने के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को पूरा करने के लिए बिहार सरकार ने बिहार अरवन इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (बुडको) को जिम्मेवारी सौंपी गयी. निगम क्षेत्र में रहनेवाले लोगों के बीच आस भी जगी कि नामी एजेंसी बुडको के द्वारा समय पर परियोजनाएं पूरी होंगी और शहर चकाचक दिखाई पड़ेगा. आज स्थिति यह है कि बुडको के पास वर्तमान में बेगूसराय की तीन महत्वपूर्ण परियोजनाएं निगम क्षेत्र की हैं, जिसमें 2010 से ही बुडको के द्वारा सीवरेज का कार्य शुरू किया गया. अब तक इस सीवरेज का कार्य 10 प्रतिशत भी पूरा नहीं हो पाया है, वहीं अन्य परियोजनाओं में बस स्टैंड का आधुनिकीकरण व शहर में लाइटिंग व्यवस्था का कार्य भी संतोषजनक नहीं है. नतीजा है कि बेगूसराय शहर के विभिन्न वार्डों में विकास की आस लगाये लोगों में निराशा का भाव देखा जा रहा है.
58 करोड़ की लागत से शहर में होना था सीवरेज का कार्य :बेगूसराय शहर में सीवरेज के लिए 58 करोड़ की राशि स्वीकृत की गयी. इस कार्य को कराने की जिम्मेदारी बुडको को दी गयी. वर्ष 2010 में बुडको के द्वारा शहर में सीवरेज कार्य का श्रीगणेश किया गया. प्रथम चरण में कुछ वार्डों में सड़क को तोड़ कर मिट्टी कटाई कर पाइप आंशिक रूप से बिछाया गया. कुछ दिनों तक कार्य प्रगति पर रहा लोगों में आस जगी कि सीवरेज के तहत अब लोगों को जलजमाव से मुक्ति मिल जायेगी. लेकिन कुछ दिन बाद ही सीवरेज का कार्य शिथिल पड़ गया और कार्य लगभग बंद ही हो गया. आज स्थिति यह है कि पांच साल पूरा होने पर है लेकिन सीवरेज का कार्य बेगूसराय शहर में ठप पड़ा हुआ है.
संतोषजनक नहीं है ट्रैफिक लाइट का कार्य :शहर की सड़कों पर बेहतर वाहनों का परिचालन हो और लोगों को आवागमन में किसी प्रकार की समस्या नहीं हो, इसके लिए निगम की 65 जगहों पर ट्रैफिक लाइट लगाने की योजना बनी. इसके तहत 65 जगहों पर लाइट लगी भी. इसमें 35 डबल और 30 सिंगल ट्रैफिक लाइट लगायी गयी. बताया जाता है कि लाइट लगने के बाद कुछ जगहों पर तो लाइट जलते देखने को लोगों को मिल जाता है लेकिन कुछ जगहों पर आज की तिथि में भी आंखमिचौनी जारी है.
4 करोड़ 50 लाख की लागत से बस स्टैंड का होना है कायाकल्प :
वर्षों से विकास के लिए बाट जोह रहा बेगूसराय बस स्टैंड के आधुनिकीकरण के लिए 4 करोड़ 40 लाख की राशि स्वीकृत की गयी. इस कार्य को भी कराने का जिम्मा बुडको को दिया गया. बस स्टैंड में कार्य का शिलान्यास भी किया गया. कार्य भी शुरू हुए लेकिन यह कार्य कछुए की गति से चल रहा है. बेगूसराय के लोगों को यह चिंता सता रही है कि कहीं सिवरेजवाला ही हाल बस स्टैंड में न हो जाये. लोगों को यह विश्वास हो रहा है कि इस परियोजना को पूरा होने में भी कई वर्षों का समय लग सकता है. ज्ञात हो कि उक्त स्वीकृत राशि से बेगूसराय बस स्टैंड का कायाकल्प होना है, जिसके तहत टर्मिनल, प्रवेश द्वार समेत अन्य विकास के कार्य कराये जाने हैं.
बेगूसराय नगर निगम क्षेत्र में जलजमाव सबसे बड़ी समस्या :45 वार्डोंवाले नगर निगम क्षेत्र में जलजमाव सबसे बड़ी समस्या है. जलनिकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने से पूरे वर्ष शहर के अधिसंख्य वार्ड के लोग जूझते नजर आते हैं. निगम प्रशासन के सामने भी जलजमाव से निबटना चुनौती बना हुआ रहता है. वर्ष 2010 में शुरू हुआ सिवरेज का कार्य अगर अब तक भी संपन्न हो गया रहता, तो शहर के लोगों को जलजमाव से मुक्ति मिल गयी होती और शहर चकाचक भी दिखाई पड़ता.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें