बेगूसराय (नगर) : ठीक ही कहा गया है जब किसी भी चीज के प्रति आस्था हो तो इनसान के सामने किसी प्रकार की मजबूरी के बाद भी वह अपनी भक्ति में कोई कसर नहीं छोड़ता है. वैसे लोगों को यह विश्वास होता है कि आस्था की भक्ति से ही उसकी सारी मुसीबतें दूर होंगी और उसकी नैया सुरक्षित पार लग जायेगी.
कुछ इसी तरह का नजारा बेगूसराय मंडल कारा में देखने को मिल रहा है. जब पूरे जिले, राज्य व देश के कई हिस्से में लोग छठ की तैयारी में जुट गये हैं, तो वैसे समय में मंडल कारा में भी छठ की गूंज सुनाई पड़ने लगी है. पूरी आस्था व नियम निष्ठा के साथ मंडल कारा के 19 पुरुष बंदी एवं 14 महिला बंदियों ने चार दिवसीय छठ महापर्व नहाय-खाय के साथ प्रारंभ किया.
मंडल कारा के अंदर इन बंदियों की भक्ति में कारा प्रशासन भी पूरी तन्मयता के साथ शरीक हो गया है.मंडल कारा के अधीक्षक भोलानाथ सिंह के नेतृत्व में कारा के अंदर तमाम पदाधिकारी, कर्मी व सुरक्षाकर्मी बंदियों की इस भक्ति को उत्साहित करने में लगे हुए हैं. कारा के अंदर जहां महिला बंदियों के द्वारा छठपूजा के पारंपरिक गीत गाये जा रहे हैं,
वहीं पुरुष बंदी भी भगवान भास्कर की अाराधना में रात-दिन लग गये हैं. कारा अधीक्षक श्री सिंह ने बताया कि आस्था के इस महापर्व को लेकर मंडल कारा के अंदर पूरा उत्साह देखा जा रहा है. कारा प्रशासन के द्वारा महिला और पुरुष बंदियों के लिए अलग-अलग तालाब बना दिया गया है,
जिसमें रोशनी व सजावट भी की गयी है. इसमें पूरी आस्था के साथ मंडल कारा के महिला व पुरुष बंदी छठव्रती के रूप में अस्ताचलगामी व उदीयमान सूर्य को अर्घ समर्पित करेंगे. इसके लिए मंडल कारा के अंदर छठ पूजन सामग्री से लेकर अन्य सामान की व्यवस्था की गयी है, ताकि किसी भी छठ व्रतियों को परेशानियों का सामना न करना पड़े.
ज्ञात हो कि मंडल कारा के अंदर महिला बंदियों में कजोमा देवी, छठिया देवी, रूना देवी, रामदुलार देवी, इंदु देवी, शांति देवी, सुनीता देवी एवं पुरुष बंदियों में अन्नू सिंह, अनिरुद्ध यादव, श्रवण यादव, शंकर यादव, बबलू साह, रामधनी सिंह, मनोज सिंह, बलराम चौधरी, कामेश्वर चौधरी, अमलेश यादव समेत अन्य बंदियों ने छठ व्रत रखा है. छठपूजा को मंडल कारा के अंदर सफल बनाने में बंदी चंचल सिंह के द्वारा पूरा योगदान दिया जा रहा है. पूरे मंडल कारा परिसर भक्ति में डूबा हुआ दिखाई पड़ रहा है.