बेगूसराय (नगर): जिला प्राथमिक शिक्षक संघ का अपनी मांगों को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय के समक्ष गुरुवार को दूसरे दिन भी आमरण अनशन जारी रहा. जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रधान सचिव उमेश प्रसाद सिंह ने कहा कि अपने मान-सम्मान, हक-हकूक की रक्षा के लिए आज की तारीख में संघर्ष रामवाण है. विभिन्न चरणों में शिक्षकों की लंबित मांगों को मनवाने के लिए लगातार 17 अगस्त से संघर्ष चल रहा है. समझौता भी हुआ, लेकिन समझौते के अनुसार कार्य नहीं हुआ.
उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग भ्रष्टाचार के कारण किंकर्तव्यविमूढ़ है. किसी भी कार्यालय में पदाधिकारी दिखाई नहीं पड़ रहे हैं. अनशन के दूसरे दिन जिला पदाधिकारी से लेकर शिक्षा विभाग के पदाधिकारी तक संज्ञान लेनेवाले दिखाई नहीं पड़ रहे हैं. लगता है कि संपूर्ण जिला भ्रष्टाचार के आगोश में डूबा हुआ है. उन्होंने कहा कि एक तरफ शिक्षा विभाग में करोड़ों की लूट हो रही है, वहीं दूसरी ओर शिक्षक प्रतिनिधियों को मांगों को मनवाने के लिए अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठना पड़ा है. उन्होंने कहा कि शिक्षक विद्यालय छोड़ कर आकस्मिक अवकाश लेकर अनशनकारियों को प्रोत्साहित करने के लिए अनशन स्थल पर काफी संख्या में पहुंच रहे हैं. संघ के अध्यक्ष अनंत कुमार ने कहा कि स्नातक (कला-विज्ञान) की प्रोन्नति के फलस्वरू प दूर-दराज में पदस्थापित शिक्षकों का सामंजन क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक, मुंगेर प्रमंडल द्वारा किया गया. उनका वेतन कई माह से लंबित है. शिक्षकों का बकाया कालबद्ध, प्रवरण वेतनमान अभी तक नहीं दिया गया है.
संघ की महिला शाखा की अध्यक्ष उमा कुमारी ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की सफलता शिक्षकों की समस्याओं के बोझ से बोङिाल कर नहीं होगा, बल्कि उनकी मांगों का निष्पादन करके होगा. मौके पर भारत सेवक समाज के जिला अध्यक्ष फुलेना सिंह, लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह, प्रदेश महासचिव प्रेम कुमार समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी आवाज बुलंद की.