साहेबपुरकमाल : मानवीय संबंधों में उपभोक्तावादी संस्कृति के प्रवेश से भारतीय संस्कृति की ताना-बाना छिन्न-भिन्न हो रही है, जिसके चलते मानवीय मूल्यों का क्षरण हो रहा है. आज के बदलते परिवेश में भारतीय समाज को बचाना है, तो भारतीय संस्कृति का संरक्षण एवं संवर्धन करना होगा.
तभी हम समाज में शांति व समृद्धि ला सकते हैं. उक्त बातें साहेबपुरकमाल की समस्तीपुर पंचायत के कमला स्थान में आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम कथा समापन समारोह के मौके पर भाजपा नेता सुरेंद्र विवेक ने कहीं. उन्होंने कहा कि राम चरित मानस एक अनुपम उपहार है. इसकी कथा का श्रवण कर जीवन में उतारने से राम राज्य की स्थापना हो सकती है.