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राजेंद्र पुल का जीर्णोद्धार शुरू

बीहट : पिछले लंबे समय से राजेंद्र पुल के जीर्णोद्धार के लिए टकटकी लगाये लोगों में उस समय खुशी की लहर देखी गयी जब सोमवार को राजेंद्र पुल के जीर्णोद्धार का कार्य विशेषज्ञों के द्वारा शुरू करा दी गयी. 23 सितंबर, 2013 से इस पुल पर भारी वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाये जाने से […]

बीहट : पिछले लंबे समय से राजेंद्र पुल के जीर्णोद्धार के लिए टकटकी लगाये लोगों में उस समय खुशी की लहर देखी गयी जब सोमवार को राजेंद्र पुल के जीर्णोद्धार का कार्य विशेषज्ञों के द्वारा शुरू करा दी गयी. 23 सितंबर, 2013 से इस पुल पर भारी वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाये जाने से उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार को जोड़नेवाले लाइफ लाइन कहे जानेवाले राजेंद्र पुल लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ था.
स्थिति यह हो गयी थी कि बालू के कारोबारियों के चलते यह पुल मौत का अखाड़ा बना हुआ था. अभी तक सैकड़ों लोगों की जान पुल के जजर्र होने के बाद जा चुकी है. जैसे ही पुल के जीर्णोद्धार होने की खबर लोगों को मिली, लोगों के मुरझाये चेहरे खिल उठे. जीर्णोद्धार का कार्य करनेवाले कोलकाता की राबर्टसन इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड के साइट सुपरवाइजर तथागत दत्ता ने बताया कि जीर्णोद्धार के तहत पुल के 28 रोड क्रॉस गाटर तथा लगभग 200 स्ट्रींजर बदले जायेंगे.
पहले फेज में पुल के दो स्ट्रींजर को बदलने के लिए सड़क की ऊपरी परत को जेसीबी की सहायता से उखाड़ने का कार्य सोमवार को शुरू कर दिया गया है. कार्य के दौरान हथिदह छोर पर ट्रैफि क को व्यवस्थित करने में लगे पुलिस बल के जवानों की संख्या कम रहने के कारण रुक-रुक कर सड़क पर जाम लगता रहा है, जिससे लोग काफी परेशान दिखे. थानाध्यक्ष सतीश कुमार ने बताया कि ट्रैफिक नियंत्रण हेतु पुलिस के जवानों को लगाया जायेगा.
ज्ञात हो कि राजेंद्र पुल को बिहार का लाइफ लाइन कहा जाता है. गंगा नदी पर रेल रोड वाले इस पुल का उद्घाटन वर्ष 1959 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने किया था. पुल का निर्माण बीबीजे कंपनी के द्वारा किया गया था. राजेंद्र पुल बनने और इसके चालू होने के बाद आज तक उक्त पुल का स्थायी मरम्मत कार्य नहीं किया गया. इसके चलते पुल असमय ही जजर्र होकर आइसीयू में बंद हो गया. मरम्मत में बार-बार असफलता और मॉनीटरिंग की कमी तथा एनएचआइ और रेलवे की खींचतान में लोहे के पुल की जजर्रता की सच्चाई ने इसे खौफनाक बना दिया.

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