बेगूसराय (नगर): बिहार की लगभग तीन करोड़ की आबादी तंबाकू उत्पादों के सेवन की गिरफ्त में है. यदि समय रहते इस दिशा में कारगर कदम नहीं उठाये गये तो तंबाकू उत्पादों का सेवन कर रहे लगभग 50 फीसदी लोग विभिन्न रोगों के कारण असमय मौत को गले लगा सकते हैं.
उपरोक्त बातें कैंसर अवेयरनेस सोसाइटी, बेगूसराय चैप्टर के जिला सचिव डॉ रतन प्रसाद ने कहीं. उन्होंने कहा कि मुंह व गला क ैंसर से पीड़ित लगभग 90 फीसदी लोग तंबाकू सेवन के आदि पाये गये हैं. देरी से इलाज के लिए अस्पताल पहुंचने के कारण पीड़ितों के जीवन काल को कुछ हद तक ही बढ़ाया जा सकता है. पीड़ितों का परिवार इलाज के भारी खर्च के कारण तबाह हो जाता है. इसलिए तंबाकू नहीं सेवन करने के बारे में जागरू कता को व्यापक स्तर पर फैलाने की आवश्यकता है. बिहार राज्य में प्रत्येक दो में एक व्यक्ति तंबाकू का सेवन कर रहा है.
उन्होंने कहा कि मुंह व गला कैंसर, फेफड़ा का कैंसर, ह्वदय एवं श्वांस तंत्र की गंभीर बीमारियां सहित मूत्रशय, किडनी के मूल कारणों में तंबाकू सेवन प्रमुख है. डॉ प्रसाद ने कहा कि सरकार ने गुटखा पर प्रतिबंध लगाया. सिगरेट एवं अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम 2003 को अधिसूचित किया, लेकिन यह सब बगैर आम लोगों के जागरू क हुए सफल नहीं हो सकता है. डॉ प्रसाद ने आमलोगों से अपने व्यस्त कार्यो से कुछ समय निकाल कर तंबाकू सेवन से अकाल मृत्यु की हो बढ़ रही रफ्तार में अपना सहयोग देने की अपील की.