बलिया : शनिवार को अहले सुबह जानीपुर ढाला के समीप हुए सड़क हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गयी, जबकि दो दर्जन से अधिक घायल. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यह हादसा बसचालक की लापरवाही की वजह से हुआ है. बताया जाता है कि शुक्रवार की रात्रि 9:15 बजे कटिहार से पटना जाने वाली राजेश्वरी ट्रैवल्स की बस संख्या बीआर 45 पी 4975 पटना जाने के लिये खुली थी, जहां शनिवार को अहले सुबह करीब 4:30 बजे जानीपुर ढाला के समीप ट्रक संख्या जेएच 02 ए एन 9690 को टक्कर मार दी, जिससे बस में अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया. बस में कोलाहल से चारों तरफ कोहराम मच गया.
टक्कर लगने के बाद स्थानीय लोगों की भीड़ घटनास्थल पर जमा हो गयी. लोगों ने काफी मशक्कत के बाद बस में फंसे घायलों को बाहर निकाला. घटना की सूचना मिलते ही बलिया थानाध्यक्ष सुनील कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे, जहां दुर्घटनाग्रस्त दोनों गाड़ियों को कब्जे में लेकर शव की पहचान के लिये उसकी जेब की तलाशी ली, जिससे पहचान नहीं होने के बाद गाड़ी के नंबर के आधार पर पता चला कि पटना आशियाना निवासी दाढ़ी बाबा की गाड़ी है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये बेगूसराय भेज दिया.
एएसआई ने निकाला शव :दुर्घटना के बाद बलिया पुलिस ने मानवता का परिचय देते हुए थाने के एएसआई विपिन कुमार सिंह ने खुद मृतक के शव को बाहर निकाला, जिससे वहां मौजूद सैकड़ों लोगों में पुलिस के प्रति सहानुभूति देखने को मिली.
बच्चे का इलाज कराने जा रहे परिवार के साथ पत्रकार घायल :कटिहार जिले के मनसाही प्रखंड के प्रभात खबर संवाददाता ललित कुमार भी इस दुर्घटना का शिकार होकर गंभीर रूप से घायल हो गये. उन्होंने बताया कि असाध्य बीमारी से ग्रसित अपने ग्रामीण डेढ़ वर्षीय रोहन को उसके माता-पिता एवं नानी के साथ इलाज के लिए पटना जा रहे थे. इसी बीच बलिया थाना क्षेत्र के एनएच 31 पर बस की टक्कर में वे गंभीर रूप से जख्मी हो गये. इसके अलावे इलाज कराने जा रहे बच्चे के साथ उसकी मां, पिता एवं नानी भी गंभीर रूप से घायल हो गये. किसी तरह दुर्घटनाग्रस्त बस से बाहर निकलकर इलाज के लिए बलिया पीएचसी ले जाया गया,
जहां से बेहतर इलाज के लिये बेगूसराय में भर्ती कराया गया. घटना के शिकार प्रत्यक्षदर्शी ललित कुमार ने बताया कि चालक के द्वारा गाड़ी का संतुलन खो देने के कारण विपरीत दिशा से आ रहे ट्रक से जा टकरायी, जब तक लोग कुछ समझ पाते तब तक दो दर्जन से अधिक लोग इस दुर्घटना का शिकार हो गये. चारों ओर चीख-पुकार मच गयी. आनन-फानन में लोग बस का शीशा तोड़कर बाहर निकलने का प्रयास करने लगे. इसी बीच स्थानीय लोगों ने द्वारा बचाव कार्य किया एवं पुलिस को सूचना दी. पुलिस घायलों को इलाज के लिये बलिया पीएचसी लायी, जहां प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया.
नींद में सो रहे थे लोग, टक्कर लगते ही मची चीत्कार
बस में सवार ज्यादातर यात्री पटना जाने वाले थे, जो सुबह की नींद में थे. बस ने जैसे ही ट्रक को टक्कर मारी तो सभी के होश उड़ गये. बस में चीत्कार मचने लगी. चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया. सभी लोग जान बचाकर बस से बाहर निकलना चाह रहे थे. कई कम चोटिल यात्री खुद से बस का शीशा तोड़कर बाहर निकले और दूसरे यात्रियों को बाहर निकाला. बस का नजारा देख लोगों के दिल दहल गये. किसी के सर से खून बह रहा था तो किसी का पैर फंसा हुआ था. कोई अपने बच्चे की जान बचाने में लगा हुआ था और अपना सामान इकट्ठा कर बाहर निकलने की कोशिश में था, जहां देखो वहां हर तरफ कोलाहल मचा हुआ था.