गढ़हारा : सरकार की चौबीस घंटे बिजली सप्लाइ देने की घोषणा जुमलेबाजी साबित हो रही है. इससे उपभोक्तताओं के बीच आक्रोश है.वहीं ऊमस भरी गरमी से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. विभागीय पदाधिकारी एवं कर्मचारी इन गंभीर समस्याओं से बेफिक्र हैं.जी हां इन दिनों बीत करीब डेढ़ माह से बारो फीडर के गढ़हारा, निपनियां, कादिरचक बारो, अमरपुर, जयनगर, प्रेमनगर एवं गाछी टोला समेत आसपास के गामीण एवं शहरी क्षेत्रों में बिजली की आंख मिचौनी जारी है. और मध्य रात्रि से पूर्व ही बिजली गुल हो जाती है. उपभोक्ता पूरी रात बिजली की प्रतीक्षा करते रहते हैं. रात में गायब हुई बिजली सुबह में आती है
. पुन: सात बजे फिर गुल हो जाती है,उसके बाद पूरे दिन लगभग बिजली गायब ही रहती है. इस दौरान बीच-बीच में बिजली आती भी है,तो थोड़ी देर हाजिरी बनाकर चली जाती है. पीड़ित उपभोक्ता जब बिजली नहीं होने के कारणों की जानकारी लेने के लिए फोन किया जाता है ,तो विभाग के पदाधिकारी एवं लाइनमैन के फोन रिसीव तक नहीं करते हैं.
इसको लेकर लोगों में आक्रोश व्याप्त है. बिजली विभाग के मनमानी पर अंकुश लगाने की मांग पीड़ित उपभोक्ताओं ने जिलाधिकारी बेगूसराय एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नियमति बिजली देने की गुहार लगायी है.वहीं बारो राजदेवपुर में महीनों से लो वोल्टेज की गंभीर समस्या बनी है. शिकायत के बावजूद कर्मी इस ओर ध्यान नहीं देते हैं. बारो फीडर में भगवान के सहारे ही बिजली सप्लाइ होती है.ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि नियमित रूप से बिजली नहीं मिलती है. साथ ही बिजली से संबंधित शिकायत करने के लिए टोल फ्री नंबर एवं स्थानीय पदाधिकारी के मोबाइल नंबर दिये गये है,जो नकारा साबित हो रहा है. सोमवार की देर शाम से ही पूरी रात करीब 18 घंटे से अधिक बिजली गायब रही. इससे सैकड़ों उपभोक्ताओं का मोबाइल ठप रहा. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बारो फीडर में हल्की बारिश या हवा बहेगी तो बिजली सप्लाइ बंद हो जाती है.