बांका.विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले को लेकर भागलपुर हंसडीहा मुख्य पथ का नजारा भले ही बदल गया हो, लेकिन श्रावणी मेले को लेकर प्रशासन द्वारा कर इस मार्ग पर कोई खास इंतजाम नहीं किया गया है. रजौन प्रखंड क्षेत्र के रैयपुरा शराब फैक्ट्री से लेकर पुनसिया बाजार तक जगह-जगह विभिन्न सेवा शिविरों का पंडाल लगा है.
खासकर इस मार्ग पर फौजदारी बाबा बासुकीनाथ धाम, गोड्डा महादेव, लबोखर नाथ, ज्येष्टगौन नाथ, बाबा राजवनेश्वर नाथ धाम सहित अन्य शिव मंदिरों में जलाभिषेक के लिए प्रतिवर्ष डाक कांवरियों का हुजूम इस पथ पर उमड़ पड़ता है. शिव भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए सड़क किनारे अवस्थित कई गांवों के लोग उनकी सहायता के लिए सेवा का संचालन करते हैं. जहां पर उन्हें गर्म पानी, ठंडा पानी, शरबत, नींबू पानी, फल व दवाई सहित कई सुविधाएं निशुल्क प्रदान की जाती है. श्रावण माह को लेकर सेवा शविर के आयोजकों में खासा उत्साह है. दूसरी और बांका जिला प्रशासन अपने स्तर से श्रावणी मेला के सफल संचालन के लिए रजौन बाजार में जिला उप नियंत्रण कक्ष भी बनाया गया है. जिसमें 24 घंटा चिकित्सा सुविधा प्रदान की गई है.वही सुरक्षा के ख्याल से दंडाधिकारी व पुलिसबलों की भी तैनाती की गयी है. मालूम हो कि श्रावणी मेला को लेकर रजौन बाजार एवं पुनसिया बाजार में कांवरिया पथ के दोनों ओर से अतिक्रमण को हटाया गया. लेकिन पूर्व की तरह सड़क के किनारे फुटपाथ पर मिट्टी चूर्ण डालकर समतलीकरण नहीं किया गया. ताकि कांवरिया सुगमता पूर्वक अपनी यात्रा तय कर सके. भागलपुर-हंसडीहा सड़क मार्ग की स्थिति भी बदतर होने लगी है. रजौन प्रखंड के कटियामा के समीप भागलपुर-हंसडीहा सड़क मार्ग गडढ़ों में में तब्दील हो गया है. और इस तरह के छोटे बड़े गड्ढे और भी कई जगह है. यूं कहे तो गलत नहीं होगा की कुल मिलाकर कांवरिया भगवान भरोसे अपनी मंजिल को तय करेंगे.
सूचना केंद्रों से बिछड़ेु कांवरियों को मिलाने का जारी है सिलसिला
कटोरिया.विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला में प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों व सूचना केंद्रों के संयुक्त प्रयास से शुक्रवार को भी बिछुड़े कांवरियों को उनके परिजनों से मिलाने का सिलसिला जारी रहा. पश्चिम बंगाल निवासी कांवरिया दिवस कुमार गुरुवार को ही अपनी पत्नी से तारापुर के समीप ही बिछड़ गए थे. एसडीएम अविनाश कुमार व डीपीआरओ द्वारा लगातार सभी सूचना केंद्रों में सूचना का प्रसारण कराया गया. शुक्रवार को अबरखा सूचना केंद्र में सूचना केंद्र के प्रचारकों के अनाउंसमेंट के माध्यम से उन्हें ढूंढा गया. जिला जनसंपर्क पदाधिकारी द्वारा उन्हें भोजन उपलब्ध कराया गया. फिर एसडीएम ने उन्हें उनके परिजनों तक पहुंचा दिया. दोनों पति-पत्नी आपस में मिलकर काफी खुश दिखे और उनके द्वारा जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया गया. वहीं जहानाबाद निवासी साकेत कुमार बाबाधाम की यात्रा के क्रम में आगे बढ़ गए और उनकी पत्नी जलेबिया मोड़ में बिछड़ गई. जिलेबिया मोड़ सूचना केंद्र द्वारा इसकी सूचना वहां प्रतिनियुक्ति पदाधिकारी को दिया गया. प्रतिनियुक्ति पदाधिकारी द्वारा उनकी पत्नी को बाइक के माध्यम से ले जाकर साकेत कुमार से मिलाया गया. वहीं उत्तर प्रदेश के रहने वाले संगीता देवी जो गोरखपुर जिले की है एवं अनारकली देवी जो फतेहपुर जिले की है को दुम्मा बॉर्डर सूचना केंद्र तथा संगीता मौर्य जिला गोरखपुर को शिवलोक सूचना केंद्र की सहायता से उनके परिजनों से मिलाया गया. जबकि सुरेंद्र महतो जिला हजारीबाग को जिलेबिया मोड़ सूचना केंद्र की सहायता से मिलाया गया.
बाबा की डगर पर भोलेनाथ की माया, कभी धूप तो कभी रही छाया
कटोरिया.अजगैबीनाथ धाम से बाबाधाम की डगर पर शुक्रवार को पूरे दिन भोलेनाथ ने जहां एक ओर चिलचिलाती धूप में अपने भक्तों की कठिन परीक्षा ली, वहीं शाम ढलने के बाद कभी बूंदाबांदी, तो कभी रिमझिम बारिश भी हुई. मौसम के इस परिवर्तन पर महादेव के भक्तों ने कहा कि भोलेनाथ की माया, कभी धूप तो कभी रही छाया. श्रावणी मेला के छठे दिन सुबह दस बजे से लेकर दिन के तीन बजे तक बाबाधाम की यात्रा कर रहे भक्तों को तेज धूप का सामना करना पड़ा. हालांकि कच्ची पथ में बिछाये गये गंगा के महीन बालू पर पानी के छिड़काव से श्रद्धालुओं के नंगे पांव को काफी राहत मिली. तेज धूप के समय श्रद्धालुओं ने कांवरिया पथ के सरकारी व प्राइवेट धर्मशालाओं, सेवा शिविरों, पेड़ की छांव व रास्ते की छोटी-बड़ी दुकानों में विश्राम किया. फिर शाम पांच बजे के बाद से संपूर्ण कांवरिया पथ में केसरिया वस्त्रधारी भक्तों का सैलाब उमड़ना शुरू हो गया. बोल-बम का नारा है, बाबा एक सहारा है व बाबा नगरिया दूर है, जाना जरूर है के नारों व जयकारों से पथ झंकृत होता रहा. शुक्रवार की शाम के बाद जब बूंदाबांदी के बाद रिमझिम बारिश हुई, तो कंधे पर कांवर में गंगाजल लेकर अपने शिव की श्रद्धा व भक्ति में डूबे भक्तों के तेज कदम एवं उत्साह व उल्लास देखने लायक रहा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है