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इंटर फेल कौशल बांका डीएम का फेक आइडी बना इस अधिकारी से करता था चैट, दरभंगा पुलिस ने किया गिरफ्तार

डीएम सुहर्ष भगत के नाम से फर्जी फेसबुक आइडी (खाता) बनाकर संचालित करने वाला साइबर अपराधी दरभंगा जिला का निकला है. साइबर अपराधी का नाम कौशल पोद्दार है. जो दरभंगा जिला के नेहरा थाना अंतर्गत जगदीशपुर गांव का रहने वाला है.

बांका : डीएम सुहर्ष भगत के नाम से फर्जी फेसबुक आइडी (खाता) बनाकर संचालित करने वाला साइबर अपराधी दरभंगा जिला का निकला है. साइबर अपराधी का नाम कौशल पोद्दार है. जो दरभंगा जिला के नेहरा थाना अंतर्गत जगदीशपुर गांव का रहने वाला है. तकनीकी स्तर से जारी अनुसंधान के बाद कौशल पोद्दार को गिरफ्तार कर बांका लाया गया. एसपी ने संवाददाता सम्मेलन में शुक्रवार को इसकी पुष्टि की. एसपी ने बताया कि डीएम के नाम से फेसबुक संचालित करने के बाद 15 मई को बांका थाना में आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज की गयी थी. इसके बाद अनुसंधान शुरू कर दिया गया.

तकनीक पर आधारित था अनुसंधान

अनुसंधान तकनीक पर आधारित था. नतीजतन, साइबर अपराधी की पहचान कर ली गयी. इसमें आर्थिक अपराध इकाई ने भी बड़ी मदद की. अपराधी की पहचान होने के बाद पुलिस निरीक्षक शंभु यादव के नेतृत्व में एक टीम दरभंगा भेजी गयी. दरभंगा पुलिस प्रशासन की मदद से अभियुक्त की गिरफ्तारी कर ली गयी. युवक के पास से फर्जी सिम, मोबाइल सहित अन्य संदिग्ध सामग्री बरामद की गयी. इसके अलावा डीएम के नाम से संचालित फेसबुक का आइडी व पासवर्ड भी लिया गया. वहीं साइबर अपराधी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. एसपी ने बताया कि इन दिनों जालसाजी व साइबर से संबंधित कई मामले प्रतिवेदित हो रहे हैं. पुलिस प्रशासन इसे गंभीरता से लेते हुए अनुसंधान कर रही है. साथ ही जैसे ही संबंधित घटना का पड़ताल होता है वैसे ही विधि सम्मत कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी.

बड़े-बड़े ऑफिसरों से साधा था संपर्क

डीएम के नाम पर फेसबुक आइडी बनाकर कौशल चीफ सेक्रेटरी तक से चैट करने लगा था. एक दफा चीफ सेक्रेटरी ने डीएम से बातचीत के दौरान फेसबुक चैट के संदर्भ में जिक्र किया था, जिसके बाद डीएम ने बताया था कि उनका तो कोई फेसबुक खाता है ही नहीं. इसके बाद शक की सूई साइबर अपराधी की ओर घुमी और कार्रवाई शुरू हुई. डीएम के नाम पर फर्जी फेसबुक आईडी बनाने के बाद अभियुक्त कौशल द्वारा किसी से पैसे की डिमांड की बात सामने नहीं आयी है. परंतु, पुलिस की जांच में यह बात सामने आयी कि इसका मकसद कुछ और ही था. यह घर में अक्सर माता-पिता को मोबाइल दिखा कर बताता था कि बांका डीएम मेरे दोस्त हैं. इस आइडी के माध्यम से इसने बड़े-बड़े ऑफिसरों से संपर्क साधना शुरू कर दिया था. ऊंची पहचान बनाने का इसे जबर्दस्त चस्का चढ़ा था. एसपी ने बताया कि यह 12वीं में पढ़ाई करता है. एक दफा यह फेल भी हो चुका है.

posted by ashish jha

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