बांका : पुलिस मुठभेड़ में गत मंगलवार को मारे गये नक्सली एरिया कमांडर मंटू खैरा एक लाख का इनामी नक्सली था. राज्य सरकार ने इसके ऊपर एक लाख रुपये का इनाम रखा था. चूंकि इनामी नक्सली पिछले कई वर्षों से पुलिस की गिरफ्त से बाहर था और क्षेत्र में कई बड़ी-बड़ी घटनाओं को अंजाम दे रहा था. कई बार पुलिस उसकी गिरफ्तारी को लेकर उसके काफी करीब तक भी पहुंच चुकी थी. बावजूद पुलिस को चकमा देकर वो भागने में सफल रहा था. पुलिस के लिए मंटू खैरा चुनौती बना हुआ था.
साथ ही साथ जिले में काम कर रहे कई सड़क निर्माण एजेंसी के लिए भी मंटू खैरा सिर दर्द बना हुआ था, लेकिन बचते-बचाते आखिर कार गत 21 फरवरी को मंटू खैरा पुलिस के हत्थे चढ़ गया और पुलिस की गोलियों ने उसे सदा के लिए मौत की नींद सुला दी और इनामी नक्सली का इनाम पुलिस ने अपने नाम कर लिया. इस संबंध में एसपी राजीव रंजन ने बताया है कि इनामी नक्सली का इनाम पुलिस कर्मी को मिलेगा. इसके लिए विभागीय स्तर कार्रवाई शुरू कर दी गयी है.