(बांका) : चुनाव में किसी प्रत्याशी को वोट नहीं देने पर बहोरना गांव के कपिलदेव सिंह की हत्या कर दी गयी. गांव के ही मुखिया प्रत्याशी अविनाश सिंह और उनके समर्थकों ने कपिलदेव सिंह तथा उनके परिवार के लोगों पर हमला कर दिया. सोमवार को दोनों पक्षों में हुई झड़प में मुखिया प्रत्याशी समर्थक भारी पड़ गये.
उनके हमले में कपिलदेव सिंह और उनका पुत्र चंदन सिंह गंभीर रूप से जख्मी हो गये. दोनों जख्मियों को पहले फुल्लीडुमर पीएससी ले जाया गया जहां से कपिलदेव सिंह को भागलपुर रेफर कर दिया गया. भागलपुर सदर अस्पताल में गंभीर स्थिति देखते
वोट नहीं डाला…
हुए उन्हें पटना रेफर कर दिया गया. पटना ले जाने के दौरान रास्ते में ही कपिलदेव सिंह की मौत हो गयी. इस मामले में रिंकू देवी के बयान पर अविनाश सिंह समेत आधा दर्जन नामजद अभियुक्तों के विरुद्ध खेसर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. अब तक किसी अभियुक्त को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है. सभी अभियुक्त फरार हो गये हैं.
अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं
सोमवार की देर शाम बेलहर तथा खेसर पुलिस के संयुक्त अभियान दल ने अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए उनके कई संदिग्ध ठिकानों पर छापामारी की परंतु कोई अभियुक्त पुलिस के हाथ नहीं लगा. बहोरना पंचायत बेलहर प्रखंड के अंतर्गत है. इस प्रखंड में 24 अप्रैल को पंचायत चुनाव संपन्न हुआ. अविनाश सिंह मुखिया पद के प्रत्याशी हैं. अविनाश सिंह का कपिलदेव सिंह के परिवार वालों से विवाद यह था कि उन्होंने उन्हें वोट नहीं दिया. विवाद की शुरुआत रविवार से ही हो गयी थी. इसने सोमवार को हिंसक रूप धारण कर लिया. अविनाश सिंह व उनके समर्थकों ने कपिलदेव सिंह के घर पर हमला कर उन्हें तथा उनके बेटे व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ बुरी तरह मारपीट की. घटना को लेकर गांव में तनाव व्याप्त है.