बांका : भारी वाहनों के आवाजाही की वजह से जिले के प्राय: सभी सड़कें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है. जिला मुख्यालय से बाहर निकलने वाली सभी मार्ग कमोवेश खराब हो चुका है. जिले की सड़कें खराब होने का सबसे प्रमुख कारण जमुई जिले की नदियों से बालू का उत्खनन है. मालूम हो कि जिले भर के नदियों से बालू उठाव का डाक एक वर्ष के लिए 33 करोड़ में हुआ है. स्थानीय लोग यहां के बालू संवेदक पर आरोप लगाते है.
लेकिन बालू संवेदक का कहना है कि उनके यहां से एक भी अोवरलोड बालू ट्रक नहीं चलता है. अोवरलोड बालू वाले ट्रक पड़ोसी जिले जमुई से आती है. सरकार अगर इस पर रोक नहीं लगायेगी तो जिले की सभी सड़कें, जिन्हें बनाने में करोड़ों का खर्च है, खराब हो रही हैं. भारी वाहनों की हो रही सघन जांच जिले भर में भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने के लिए जिला परिवहन पदाधिकारी द्वारा दिन रात सघन जांच की जा रही है. ताकि ओवरलोड वाहन जिले में प्रवेश ना करें.
यदि प्रवेश करते हैं तो उनसे दंड शुल्क वसूल कर सरकार के खाते में जमा किया जा रहा है. नवंबर माह में अब तक छोटी-बड़ी कुल 56 गाड़ियों को जब्त कर उनसे करीब 11 लाख रुपये जुर्माना लिया जा चुका है. सबसे अधिक दंड देने वाले वाहन बालू एवं छर्री लदे थे. अोवरलोड वाहन पार कराते हैं माफिया जिले भर में ओवरलोड वाहन को गुजारने के लिए एक बड़ा रैकेट सक्रिय है. वे जांच करने वाले अधिकारियों के निवास स्थान और कार्यालय के समीप लगे रहते हैं.
जब अधिकारी वाहन चेकिंग के लिए निकलते हैं तो ये माफिया अधिकारियों की दिशा की जानकारी अपने दूसरे साथी को देते हैं और दूसरा साथी अधिकारी के वाहन की दिशा देख, उस दिशा की अन्य साथी को जानकारी देते हैं. इस प्रकार ये माफिया अपने अोवरलोड वाहन को किसी अन्य मार्ग से पार कराते हैं.
क्या कहते है अधिकारीओवरलोड वाहनों को किसी भी कीमत पर बरदाश्त नहीं किया जायेगा. जो भी माफिया इस प्रकार का अवैध काम कर रहे है, उन्हें बख्शा नहीं जायेगा. मुकेश प्रसाद, जिला परिवहन पदाधिकारी, बांका